विरुधुनगर/चेन्नई, 19 दिसंबर अन्नाद्रमुक के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री रहे के टी राजेंद्र भालाजी को नौकरी घोटाले से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार करने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। पुलिस सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। वहीं, मुख्य विपक्षी पार्टी ने कहा है कि भालाजी कानूनी रूप से इस मामले का सामना करेंगे।
विरुधुनगर जिले के पुलिस सूत्रों ने बताया कि मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा 17 दिसंबर को भालाजी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज किए जाने के साथ ही पुलिस ने मामले में उन्हें गिरफ्तार करने के लिए छह विशेष टीम के गठन के अलावा तलाशी अभियान तेज कर दिया है। बताया जाता है कि भालाजी उच्चतम न्यायालय जाने की संभावना जैसे कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि पूर्व मंत्री के कुछ रिश्तेदारों और कार चालक से पहले ही पूछताछ की जा चुकी है और पुलिस सभी उपलब्ध सुरागों का पता लगा रही है। भालाजी ने ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) नेतृत्व वाली सरकार (2016-21) में दूध और डेयरी विकास विभाग संभाला था।
नौकरी घोटाले पर यहां पुलिस का मामला भालाजी, उनके दो निजी सहायकों और एक सहयोगी के खिलाफ है। अब तक कम से कम 23 पीड़ितों की पहचान की गई है। उन्हें राज्य सरकार के विभागों, उपक्रमों में विभिन्न नौकरियों का वादा किया गया था, जिसमें राज्य द्वारा संचालित डेयरी सहकारी ‘आविन’ भी शामिल था।
अन्नाद्रमुक नेता डी जयकुमार ने पूर्व मंत्री के फरार होने के दावों को खारिज करते हुए कहा कि भालाजी विधि विशेषज्ञों से परामर्श कर कानूनी रूप से मामले का सामना करेंगे।
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