द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) विधायक जे. अन्बाझगन (J Anbazhagan) की मौत हो गई है। कोविड-19 संक्रमित हुए अन्बाझगन की मौत बुधवार सुबह चेन्नई के एक अस्पताल में हुई। करीब एक हफ्ते पहले वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद से उनका इलाज चल रहा था। कोरोना वायरस से देश में किसी जनप्रतिनिधि की मौत का ये पहला मामला है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार आज ही उनका 62वां जन्मदिन भी था।
अन्बाझगन को 2 जून को चेन्नई के करीब क्रोमेपेट स्थित डॉक्टर रेला इंस्टिट्यूट एंड मेडिकल सेंटर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट्स के अनुसार मंगलवार से उनकी तबियत ज्यादा खराब होने लगी थी। अस्पताल की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, 'वेंटिलेशन सहित तमाम मेडिकल कोशिशों के बावजूद वे बीमारी को मात नहीं दे सके।' उन्हें सुबह 8.05 बजे मृत घोषित किया गया।
डॉक्टरों के अनुसार उनकी तबियत लगातार खराब हो रही थी। वे लगातार वेंटिलेटर पर थे। एक डॉक्टर के अनुसार एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्हें कम ऑक्सिजन देने की जरूरत पड़ रही थी, उस समय ऐसा लगा कि सबकुछ ठीक हो रहा है। हालांकि, डॉक्टर अपनी कोशिश में कामयाब नहीं हो सके।
अन्बाझगन तमिलनाडु के चेन्नई के चेपॉक विधासभा क्षेत्र से विधायक थे। तीन बार विधायक रहे अन्बाझगन 2001, 2011 और 2016 में विधानसभा तक पहुंचने में कामयाब रहे। साल 2001 में वे चेन्नई के टी नगर विधानसभा क्षेत्र से एमएलए बने थे। साल 2006 में हार के बाद वे 2011 उन्होंने चेपॉक से चुनाव लड़ा।
डीएमके प्रेसिडेंट एमके स्टालिन ने अन्बाझगन की मौत दुख जताया है। उन्होंने कहा, 'मैं इस बात का भरोसा नहीं कर पा रहा हूं कि अन्बाझगन अब हमारे साथ नहीं हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं उनके परिवार वालों को कैसे सांत्वना दूं।' तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई पलानीसामी ने भी अन्बाझगन की मौत पर दुख जताया है।