नयी दिल्ली, 10 दिसंबर स्वीडन इंडिया नोबेल मेमोरियल वीक 2021 के तहत विद्यार्थियों के लिए आयोजित ‘शीस्टेम इंस्टा-रील्स चैलेंज’ में दिल्ली की लड़की सांची बंसल ने जीत दर्ज की है।
भारत में स्वीडन के दूतावास और अटल इनोवेशन मिशन की यह संयुक्त पहल, युवा लड़कियों और महिलाओं के लिए ‘स्टेम’ शिक्षा के महत्व पर जोर देती है।
वर्ष 2021 के लिए, 13-17 आयु वर्ग के विद्यार्थियों के वास्ते ‘इंस्टाग्राम रील्स चैलेंज’ के साथ 'शीस्टेम' की शुरुआत की गई थी।
प्रतियोगिता के संदेश में कहा गया कि "2040 तक तेजी से आगे बढ़ें। एक स्टेम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित) नेता के रूप में, आप स्टेम के माध्यम से दुनिया को एक बेहतर जगह कैसे बना रहे हैं?"
भारत में स्वीडिश राजदूत क्लास मोलिन के हवाले से एक बयान में कहा गया है, "लगातार दूसरे शीस्टेम आयोजन के साथ, हम भारत के साथ, नीतियों और विकास पहलों को शुरू करने की हमारी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हैं।"
आयोजकों को चुनौती के लिए 600 प्रविष्टियां मिलीं।
प्रथम पुरस्कार की विजेता बंसल को एक टैबलेट मिला है। उन्होंने ‘2040 शीस्टेम’ नेता के रूप में एक वीडियो बनाया, जिनकी स्वच्छ ऊर्जा कंपनी, ग्रीनटेक सॉल्यूशंस ने पर्यावरण के अनुकूल तकनीक का उत्पादन किया।
बंसल के बाद अंकुर मुखर्जी और एस राजेश तिवारी ने दूसरा स्थान अर्जित किया तथा शौर्य करमाकर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
आयोजकों ने बयान में कहा, "अंकुर मुखर्जी ने ग्लेशियरों के पिघलने के मुद्दे को हल करने में दुनिया की मदद की, जबकि एस राजेश तिवारी ने समुद्री वनस्पतियों की रक्षा के लिए काम किया है।"
बयान में कहा गया है, "तीसरे पुरस्कार के विजेता शौर्य ने डॉक्टरों के साथ मिलकर सौर उड़ान एम्बुलेंस के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य पर नज़र रखने वाली एक चिप पेश कर स्वास्थ्य उद्योग को एक अनूठा समाधान दिया।
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