उच्चतम न्यायालय ने CBSE और ICSE की स्कीम पर लगाई मुहर, जानिए सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा...
By सतीश कुमार सिंह | Updated: June 22, 2021 20:38 IST2021-06-22T16:48:48+5:302021-06-22T20:38:28+5:30
सीबीएसई दसवीं कक्षा, 11वीं कक्षा और 12वीं कक्षा के परिणामों के आधार पर 12वीं कक्षा के छात्रों के अंक मूल्यांकन में क्रमश: 30:30:40 का फार्मूले पर कर रहा है ।

12वीं कक्षा के लिये स्कूलों को 15 जुलाई की समयसीमा दी गई है ।
नई दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट ने सीबीएसई और आईसीएसई के परीक्षाओं को रद्द करने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया।
छात्रों के परीक्षा पैटर्न का मूल्यांकन करने के लिए बोर्ड द्वारा लाई गई मूल्यांकन योजना को आगे बढ़ाने की भी अनुमति दी। कोर्ट ने कहा कि जनहित में लिया गया फैसला है। सीबीएसई और सीआईसीएसई बोर्ड ने उच्चतम न्यायालय को बताया है कि 12 वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के नतीजे 31 जुलाई तक घोषित किये जाएंगे।
साथ ही, जो छात्र सीबीएसई की परीक्षाओं में बैठना चाहते हैं वे 15 अगस्त से 15 सितंबर के बीच ऐसा कर सकते हैं, हालांकि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर यह उपयुक्त स्थिति पर निर्भर करेगा। इसके अलावा, सीबीएसई और सीआईसीएसई ने न्यायालय को यह भी बताया कि उन्होंने 12 वीं कक्षा के छात्रों के मूल्यांकन की अपनी-अपनी योजनाओं में संशोधन किया है तथा आपत्ति दर्ज कराने वाले अभ्यर्थियों के लिए एक विवाद निवारण तंत्र गठित किया है।
Supreme Court dismisses petitions challenging the CBSE and ICSE decision to cancel examinations and also allows a go-ahead to the assessment scheme brought out by the Boards to evaluate the students' examination pattern.
— ANI (@ANI) June 22, 2021
गौरतलब है कि शीर्ष न्यायालय ने सीबीएसई से कहा था कि यदि सीबीएसई द्वारा घोषित नतीजों में सुधार के लिए कोई छात्र आवेदन करता है तो उस स्थिति के लिए एक विवाद निवारण तंत्र गठित किया जाए। सीबीएसई ने शीर्ष न्यायालय में दाखिल अपने हलफनामे में कहा, ‘‘परीक्षाएं आयोजित करने के लिए जब स्थिति उपयुक्त होंगी तब सिर्फ मुख्य विषयों की ही बोर्ड द्वारा परीक्षा ली जाएगी। हालांकि, इस परीक्षा में ऐसे किसी अभ्यर्थी द्वारा प्राप्त किये गये अंक को अंतिम माना जाएगा, जिसने इस परीक्षा में बैठने का विकल्प चुना होगा।’’
इसी तरह, काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (सीआईएससीई) ने भी शीर्ष न्यायालय में हलफनामा दाखिल कर कहा कि उसने निर्देश का अनुपालन किया है और 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए अपनी मूल्यांकन योजना में संशोधन किया है।
सीबीएसई ने 12वीं कक्षा के परिणाम की गणना में स्कूलों की मदद के लिए बनाया पोर्टल
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12वीं कक्षा के परिणामों की गणना के लिए एक पोर्टल बनाया है ताकि अंकों/ग्रेड का व्यवस्थित ढंग से आकलन किया सके और समय की बचत हो। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सीबीएसई ने “बारहवीं बोर्ड परीक्षा 2021 के लिए अंकों के सारणीकरण के लिए नीति” जारी की है।
इस संबंध में, सीबीएसई ने अपने स्कूलों के परिणाम की तैयारी में परिणाम समिति/ स्कूलों की सहायता करने का निर्णय लिया है। इसी के तहत बोर्ड के आईटी विभाग ने एक पोर्टल तैयार किया है जो बारहवीं कक्षा के परिणामों की गणना के लिए सभी संबंधित स्कूलों को सुविधा प्रदान करेगा।
बोर्ड के आईटी विभाग के निदेशक अंतरिक्ष जौहरी ने कहा कि सीबीएसई से सबंद्ध स्कूलों के छात्रों के अंकों की गणना के लिये उपलब्ध परिणाम के आधार पर एक प्रणाली तैयार की गई है। दूसरे बोर्ड के संदर्भ में सीबीएसई क्षेत्रीय कार्यालयों की मदद से गणना करने के लिये परिणाम संबंधी आंकड़े जुटायेगी।
सीबीएसई का कहना है कि यह प्रणाली गणना के काम के बोझ को कम करेगी, लगने वाले समय और कई अन्य परेशानियों को भी कम करेगी। कोविड-19 महामारी के कारण सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर दिया था।

