यूरोपीय सांसदों के कश्मीर दौरे पर सुब्रमण्यम स्वामी का एतराज , मोदी सरकार से कहा- ये हमारी राष्ट्रीय नीति से उलट फैसला
By विनीत कुमार | Updated: October 28, 2019 17:37 IST2019-10-28T17:37:49+5:302019-10-28T17:37:49+5:30
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा है कि यूरोपियन यूनियन के सांसदों को जम्मू-कश्मीर का दौरा कराना भारत की नीति के उलट है।

यूरोपीय सांसदों के कश्मीर दौरे पर सुब्रमण्यम स्वामी ने जताया एतराज (फाइल फोटो)
भारत सरकार के यूरोपियन यूनियन के सासंदों के एक प्रतिनिधिमंडल के जम्मू-कश्मीर के दौरे के लिए इजाजत देने पर राज्य सभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सवाल खड़े किये हैं।
स्वामी ने एक ट्वीट कर कहा कि यह भारत की नीति के उलट है और सरकार को तत्काल इस दौरे को कैंसल कर देना चाहिए क्योंकि ये सही नहीं है। यूरोपियन यूनियन का 28 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल भारत दौरे पर है और कश्मीर दौरे से पहले सभी सदस्यों ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मुलाकात की है।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से भी मुलाकात की पुष्टि की गई है। साथ ही ये भी बताया गया है कि ये दल मंगलवार (29 अक्टूबर) को जम्मू-कश्मीर का दौरा करेगा। इस खबर के बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया, 'मैं हैरान हूं कि विदेश मंत्रालय ने यूरोपियन यूनियन के सांसदों के लिए प्रबंध किये हैं (जबकि ये ईयू का आधिकारिक डेलिगेशन नहीं है) कि वो जम्मू-कश्मीर का दौरा कर सके। यह हमारी राष्ट्रीय नीति के खिलाफ है। मैं सरकार से गुजारिश करता हूं कि वह इस दौरे को रद्द करे क्योंकि ये गलत है।'
I am surprised that the MEA has arranged for European Union MPs, in their private capacity [Not EU's official delegation],to visit Kashmir area of J&K. This is a perversion of our national policy. I urge the Government cancel this visit because it is immoral.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) October 28, 2019
इससे पहले पीएम मोदी ने सोमवार को यूरोपियन यूनियन के सांसदों के साथ मुलाकात के दौरान कहा कि आतंकवाद का समर्थन या इसे बढ़ावा देने में सहयोग करने वालों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।
पीएम मोदी ने साथ ही कहा, 'उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर सहित देश के अन्य हिस्सों में उनका (ईयू सांसदों) दौरा सफल रहे। कश्मीर का दौरा इस दल को सांस्कृतिक और धार्मिक और क्षेत्रीय विविधता को समझने में मदद करेगा। साथ ही वे विकास और क्षेत्र को लेकर सरकार की प्राथमिकता के नजरिये को भी समझ सकेंगे।'
बता दें कि राज्य से आर्टिकल 370 हटने के बाद ये किसी भी विदेशी प्रतिनिधनमंडल का पहला कश्मीर दौरा होगा। यूरोपियन यूनियन के सांसदों ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार यूरोपियन यूनियन का संसदीय दल जम्मू-कश्मीर के प्रशासनिक अधिकारियों और श्रीनगर के स्थानीय लोगों से मुलाकात करेगा। यह दल जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल से भी मुलाकात कर सकता है।