BSSC परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर सड़क पर उतरे छात्र, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
By एस पी सिन्हा | Updated: January 4, 2023 17:42 IST2023-01-04T17:41:11+5:302023-01-04T17:42:18+5:30
पुलिस की लाठीचार्ज से कुछ छात्र घायल हो गये। कुछ छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया। वहीं, लाठीचार्ज मामले पर पटना के एडीएम ने कहा कि रुल ऑफ लॉ मेंटेंन किया गया है।

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
पटना:बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) द्वारा ली गई सचिवालय सहायक की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर राजधानी पटना में अभ्यर्थियों का विशाल हुजूम सड़क पर उतर गया। सभी छात्र आगे बढ़ना चाह रहे थे, पुलिस उन्हें मना किया। लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे, जिसके बाद पुलिस ने मार्च कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई।
पुलिस की लाठीचार्ज से कुछ छात्र घायल हो गये। कुछ छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया। वहीं, लाठीचार्ज मामले पर पटना के एडीएम ने कहा कि रुल ऑफ लॉ मेंटेंन किया गया है। वहीं, छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई के बाद से माहौल तनावपूर्ण हो गया। बताया जा रहा है कि छात्र काफी उग्र थे, जिन्हें बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर डाक बंगला चौराहा से हटाया।
घटना को लेकर पटना के विशेष कार्यपालक दंडाधिकारी एमएस खान ने बताया कि छात्रों ने हिंसा और तोड़-फोड़ शुरू कर दी और इसे नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया गया। कुछ को गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। बता दें कि आज सुबह से ही छात्रों के द्वारा प्रदर्शन निकाला गया था और रूट बदलते हुए डाक बंगला चौराहा पहुंचे थे।
छात्रों का कहना है कि तीनों पालियों में आयोजित परीक्षा को रद्द किया जाए वरना आगे और आंदोलन करेंगे। छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज किया है। उल्लेखनीय है कि 23 दिसबंर को आयोजित बीएसएससी परीक्षा के पहले शिफ्ट का पेपर आउट होने के बाद से छात्र लगातार सभी पाली की परीक्षा रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं।
अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर इसका विरोध नहीं किया गया तो परीक्षा में धांधली करने वालों का मनोबल बढ़ता जाएगा। वहीं अभ्यर्थियों के इस आंदोलन में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा भी पहुंचे हुए थे। प्रदर्शन करने उतरे छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि तीनों शिफ्ट का प्रश्न वायरल हुआ था। इस परीक्षा से सीधे तौर पर एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। 9 लाख तो अभ्यर्थी हैं। हम नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव से हाथ जोड़कर आग्रह कर रहे हैं कि परीक्षा रद्द कर 9 लाख अभ्यर्थियों की भावना का सम्मान करें।