छात्र खुदकुशी का मुद्दा तमिलनाडु विस में उठा, राज्य में नीट परीक्षा नहीं कराने संबंधी विधेयक पारित

By भाषा | Updated: September 13, 2021 20:07 IST2021-09-13T20:07:02+5:302021-09-13T20:07:02+5:30

Student suicide issue raised in Tamil Nadu Vis, Bill passed to not conduct NEET exam in state | छात्र खुदकुशी का मुद्दा तमिलनाडु विस में उठा, राज्य में नीट परीक्षा नहीं कराने संबंधी विधेयक पारित

छात्र खुदकुशी का मुद्दा तमिलनाडु विस में उठा, राज्य में नीट परीक्षा नहीं कराने संबंधी विधेयक पारित

चेन्नई, 13 सितंबर तमिलनाडु विधानसभा में सोमवार को एक विधेयक पारित कर दिया गया जिसके कानून बनने के बाद राज्य में नीट परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए मेडिकल कॉलेजों में कक्षा 12 में प्राप्तांक के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा।

इस तरह के विधेयक अन्नाद्रमुक की सरकार में 2017 में भी पारित हुए थे लेकिन उन्हें राष्ट्रपति की मंजूरी नहीं मिल सकी।

इसके साथ ही विधानसभा में उस छात्र का मुद्दा गूंजा जिसने राष्ट्रीय प्रवेश और पात्रता परीक्षा (नीट) में शामिल होने से पहले इसके परिणाम की आशंका को देखते हुए आत्महत्या कर ली थी। प्रमुख विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने विधेयक पेश किया जिसका कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, पीएमके तथा अन्य दलों ने समर्थन किया और यह ध्वनि मत से पारित हो गया।

भारतीय जनता पार्टी ने सरकार के इस कदम का विरोध करते हुए सदन से बहिर्गमन किया। विधेयक के प्रावधानों के अनुसार, तमिलनाडु के मेडिकल कॉलेजों में स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों में चिकित्सा, दंत चिकित्सा, भारतीय औषधि और होम्योपैथी में कक्षा 12 में प्राप्त अंकों के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा।

इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होते ही, विपक्ष के नेता के. पलानीस्वामी ने अपने गृह जिले सलेम में रविवार को आत्महत्या करने वाले 19 वर्षीय छात्र धनुष का मुद्दा उठाया और सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि द्रमुक ने नीट को “रद्द” करने का वादा किया था लेकिन यह नहीं किया गया और बहुत से छात्र इसके लिए तैयार नहीं थे। पलानीस्वामी के कुछ बयानों को विधानसभा अध्यक्ष एम अप्पवु ने कार्यवाही से हटा दिया।

पलानीस्वामी ने मृतक छात्र के परिवार के किसी एक सदस्य के लिए नौकरी और परिवार को आर्थिक सहायता दिये जाने की मांग की।

विपक्षी दल के विधायक काले बिल्ले लगा कर आए थे। उन्होंने पलानीस्वामी के नेतृत्व में सदन से बहिर्गमन किया। सलेम के पास एक गांव में रहने वाले धनुष ने रविवार को नीट परीक्षा से कुछ घंटे पहले आत्महत्या कर ली थी क्योंकि उसे परीक्षा में असफल होने का डर था।

इस घटना के बाद से अन्नाद्रमुक और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है। राज्य सरकार का आरोप है कि इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है।

मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु में पहली बार नीट का आयोजन तब किया गया जब पलानीस्वामी मुख्यमंत्री थे। परीक्षा उस समय भी नहीं हुई थी जब जयललिता मुख्यमंत्री थीं। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में जिन छात्रों ने भी आत्महत्याएं कीं, वो पलानीस्वामी के मुख्यमंत्री रहते हुईं।

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Web Title: Student suicide issue raised in Tamil Nadu Vis, Bill passed to not conduct NEET exam in state

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