पूर्व पार्षद को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में एसपी, दो अन्य पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज
By भाषा | Updated: November 23, 2020 21:17 IST2020-11-23T21:17:01+5:302020-11-23T21:17:01+5:30

पूर्व पार्षद को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में एसपी, दो अन्य पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज
चंडीगढ़, 23 नवंबर हरियाणा में एक पूर्व निगम पार्षद को कथित रूप से आत्महत्या के लिये उकसाने के मामले में पानीपत की पुलिस अधीक्षक मनीषा चौधरी एवं दो अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि जिन दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है उनमें एक उप निरीक्षक हैं।
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया कि पानीपत के पूर्व पार्षद हरीश शर्मा की बेटी की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है।
डीजीपी ने कहा, ‘‘हमने पूर्व पार्षद की बेटी की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि पानीपत पुलिस के दो अधिकारी पुलिस अधीक्षक के साथ मिलकर उनके पिता का उत्पीड़न कर रहे थे।’’
यादव ने बताया, ‘‘भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिये उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।’’
पुलिस ने कहा कि पानीपत के मॉडल टाउन थाने में आईपीसी की धारा 34 (कई लोगों द्वारा समान मंशा से किया गया कृत्य) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
इससे पहले घटना की जांच के लिए प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज के निर्देश पर एडीजीपी संदीप खीरवार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था।
पूर्व पार्षद शर्मा के परिजनों ने कहा था कि एक मामले में पुलिस की ओर से कथित रूप से परेशान किये जाने के बाद शर्मा ने बृहस्पतिवार को एक नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली थी।
उनके परिवार ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि शर्मा अपने खिलाफ, अपनी पार्षद बेटी और आठ अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस में एक मामला दर्ज होने से निराश थे।
पुलिस ने उन पर दिवाली की रात पटाखे बेचने में कुछ उल्लंघन करने और कथित रूप से पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने का मामला दर्ज किया था।
शर्मा का शव रविवार को नहर से निकाला गया।
शर्मा के परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव को राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर रखकर प्रदर्शन किया था और एसपी व दोनों अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किए जाने तक अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था।
सोमवार को पानीपत में शर्मा के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शोक-संतप्त परिवार से मुलाकात कर अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं।
हुड्डा ने कहा कि दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई होनी चाहिए।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता हुड्डा ने संवाददाताओं से कहा कि हरीश शर्मा की मृत्यु इस बात का उदाहरण है कि राज्य किस दिशा में जा रहा है।
कांग्रेस नेता ने राज्य सरकार से पूर्व पार्षद के एक निकट परिजन को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की।
इससे पहले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा और कहा कि शर्मा को ‘प्रदेश के अधिकारियों द्वारा कथित उत्पीड़न से यह कदम उठाने के लिए बाध्य किया गया’।
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