शरद पवार, फारूक अब्दुल्ला, संजय राउत और टी आर बालू से मिलीं सोनिया गांधी, सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने का प्रयास
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 14, 2021 19:43 IST2021-12-14T19:40:09+5:302021-12-14T19:43:59+5:30
सोनिया गांधी के आवास 10, जनपथ पर हुई इस बैठक में पवार के साथ ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, शिवसेना नेता संजय राउत और द्रमुक नेता टी आर बालू भी शामिल हुए।

राज्यसभा के 12 सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग करते हुए मंगलवार को मार्च निकाला तथा सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया। (file photo)
नई दिल्लीः कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और विपक्षी दलों के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में विपक्ष की साझा रणनीति को लेकर चर्चा की गई।
सूत्रों के अनुसार, सोनिया गांधी के आवास 10, जनपथ पर हुई इस बैठक में पवार के साथ ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, शिवसेना नेता संजय राउत और द्रमुक नेता टी आर बालू भी शामिल हुए। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि आने वाले दिनों में ऐसी और बैठकें होंगी ताकि सभी विपक्षी दलों को एकजुट किया जा सके।
It was a meeting about the country. We talked about how we can work together and move forward and how we can take out the country from this difficulty. A good agreement has been formed among us: NC chief Farooq Abdullah after meeting Sonia Gandhi along with other leaders pic.twitter.com/Fm9ETaWizf
— ANI (@ANI) December 14, 2021
इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार, सोनिया गांधी ने इस बैठक के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को आमंत्रित किया था। इन दोनों नेताओं ने बैठक के लिए राउत और बालू को भेजा।
"I think he should go there," says National Conference chief Farooq Abdullah on Union Minister Prahlad Joshi statement that If he (Farooq Abdullah) likes Pakistan so much, then he should settle there pic.twitter.com/KVtMNvejuN
— ANI (@ANI) December 14, 2021
इससे पहले, राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद के मॉनसून सत्र के दौरान उच्च सदन में ‘‘अशोभनीय आचरण’’ को लेकर शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए राज्यसभा के 12 सदस्यों का निलंबन रद्द करने की मांग करते हुए मंगलवार को मार्च निकाला तथा सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया।