महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर भाजपा और शिव सेना के बीच चल रहे खींचातान को लेकर आज महाराष्ट्र के कांग्रेसी नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की.
लगभग डेढ़ घंटे चली मुलाकात में कांग्रेस द्वारा अपनायी जाने वाली रणनीति पर कोई अंतिम फैसला तो नहीं हो सका लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राज्य के नेताओं को इस बात के संकेत दिये कि यदि शिव सेना भाजपा से पूरी तरह नाता तोड़ती है तो कांग्रेस राज्य मे भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए उचित कदम उठाएगी.
सूत्र बताते है कि सोनिया गांधी का सीधा इशारा राज्य के नेताओं को यह संदेश देने का था कि राष्ट्रवादी कांग्रेस को समर्थन देने के नाम पर कांग्रेस सरकार के गठन में सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार है.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने साफ किया कि रविवार को संभवत: शरद पवार और सोनिया गांधी के बीच मुलाकात हो सकती है जिसमें कांग्रेस और राकांपा मिलकर एक संयुक्त रणनीति के आधार पर राज्य की राजनीति में भूमिका निभाएगें.
बैठक के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाला साहब थोरत ने कहा कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष को चुनाव परिणामों के साथ-साथ राज्य के ताजा राजनीतिक हालातों से अवगत कराया है हालांकि शिव सेना को समर्थन देने के मुद्दे पर आज की बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई लेकिन सूत्रों का दावा था कि डेढ़ घंटे चली बैठक में अधिकांश समय तक राज्य में सरकार के गठन को लेकर कांग्रेस ने उस सभी पहलूओं का विश्लेषण किया जिसके तहत भाजपा को सत्ता से दूर रखा जा सके.
परंतु कांग्रेस तब तक अपने पत्ते नहीं खोलेगी जब तक शिव सेना पूरी तरह से यह साफ नहीं कर देती कि वह भाजपा के साथ सरकार के गठन में शामिल होने नहीं जा रही है.
कांग्रेस ने राज्य की राजनीति और उसके तहत लिये जाने वाले फैसलों को शरद पवार से होने वाली बातचीत पर छोड़ दिया है क्योंकि कांग्रेस महाराष्ट्र में वहीं कदम उठाएगी जो पवार और सोनिया के बीच तय होगा.
महाराष्ट्र के जिन नेताओं ने आज सोनिया गांधी से मुलाकात की उनमें बालासाहब थोरत, अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, माणिकराव ठाकरे और वरट्टीवार शामिल थे.
बाला साहब थोरत से जब पूछा गया कि क्या कांग्रेस विपक्ष में बैठकर विपक्ष की भूमिका निभाएगीं तो थोरत ने इसका कोई जवाब नहीं दिया, इससे साफ संकेत मिल रहे थे कि कांग्रेस इंतजार करो की रणनीति अपनाकर शिव सेना के रुख को भांपना चाहती है और मौका पड़ने पर वह अपने कदम का खुलासा करेगी जिससे भाजपा को सत्ता से दूर रखा जा सके.