भारत में अवैध रूस से प्रवेश करते पकड़े गए 6 श्रीलंकाई नागरिक, देश में घूसने की बताई वजह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 23, 2022 15:29 IST2022-03-23T15:20:01+5:302022-03-23T15:29:28+5:30
श्रीलंकाई लोगों में से एक ने दावा किया कि वे श्रीलंका में आर्थिक संकट के कारण भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। पकड़े गए 6 नागरिकों में से तीन बच्चे हैं

भारत में अवैध रूस से प्रवेश करते पकड़े गए 6 श्रीलंकाई नागरिक, देश में घूसने की बताई वजह
तमिलनाडुः तटरक्षक बल के अधिकारियों ने बताया कि छह श्रीलंकाई नागरिकों को पकड़ा गया है जो अवैध रूप से देश में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। अधिकारियों ने समाचार एजेंसी पीटीआई के बताया कि सभी श्रीलंकाई नागरिक मंगलवार को तटरक्षक बल द्वारा बचाए जाने से पहले फंसे हुए थे। पकड़े गए 6 नागरिकों में से तीन बच्चे हैं। अधिकारियों ने कहा कि श्रीलंकाई लोगों ने तमिलनाडु के धनुषकोडी में उतरने का प्रयास किया, लेकिन जिस व्यक्ति ने उन्हें अवैध रूप से यहां लाया था, उन्होंने उन्हें उतरने के लिए मजबूर किया और उन्हें रेत के टीले पर छोड़ दिया।
श्रीलंकाई लोगों में से एक ने दावा किया कि वे श्रीलंका में आर्थिक संकट के कारण भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। नागरिकों ने बताया कि श्रीलंका में आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतें उनके घर के प्रबंधन में मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
श्रीलंका में क्या हो रहा है?
श्रीलंका एक विदेशी मुद्रा संकट से जूझ रहा है जिसने मुद्रा अवमूल्यन को मजबूर किया है और भोजन, दवा और ईंधन जैसे आवश्यक आयात महंगे कर दिए गए हैं। बिगड़ते हालात को देखते हुए श्रीलंका ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से मदद की गुहार लगाई है। पिछले महीने संकट के शुरुआत मेंआईएमएफ ने कहा कि श्रीलंका ने वित्तीय सहायता के लिए नहीं कहा था, लेकिन जरूरत पड़ने पर वह मदद के लिए तैयार है। लेकिन मौजूदा समय में संकट अब इतना बड़ा हो गया है कि श्रीलंका सरकार अपने कर्ज के पुनर्गठन में मदद करने के लिए एक वैश्विक कानूनी फर्म को नियुक्त करने की योजना बना रही है जिसको लेकर वह अप्रैल के मध्य में आईएमएफ के साथ आधिकारिक वार्ता शुरू करेगा।
उधर, श्रीलंका में मौजूदा संकट को लेकर विपक्षी दल समागी जाना बालवेगया ने मंगलवार को राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे और उनकी सरकार पर भारत द्वारा दिए गए 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर के ऋण का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। मुख्य विपक्षी नेता साजिथ प्रेमदासा ने ईंधन स्टेशनों पर लंबी लाइनों और लोगों द्वारा सामना की जाने वाली आवश्यक वस्तुओं की कमी का जिक्र करते हुए कहा कि यह शर्मनाक है … पैसा लंबी कतारों में फंसे लोगों को राहत देने के लिए है।