जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने एक बार कायराना हमले को अंजाम दिया है। बडगाम में सीआरपीएफ की 181वीं बटालियन की टुकड़ी पर आतंकियों ने ग्रेनेड अटैक किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मध्य कश्मीर के चरार-ए-शरीफ में पखेरपोरा क्षेत्र में आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों के एक दल पर एक बस स्टैंड के निकट ग्रेनेड फेंका। उन्होंने बताया कि विस्फोट में सीआरपीएफ के एक जवान, एक पुलिसकर्मी और चार नागरिक घायल हो गए। अधिकारी ने बताया कि घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है।
लगातार तीसरे दिन कश्मीर में आतंकियों का हमला
कुपवाड़ा जिले में सोमवार (4 मई) को आतंकवादियों की गोलीबारी में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के तीन जवान शहीद हो गये जबकि दो अन्य घायल हो गये। उग्रवादियों ने एक नाका पार्टी पर क्रालगुंड इलाके में गोलीबारी शुरू कर दी।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के तीन जवान मौके पर शहीद हो गये। अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ के जवानों ने जब जवाबी गोलीबारी की तो दोनों पक्षों के बीच एक संक्षिप्त मुठभेड़ हुई। इस गोलीबारी में 15 साल का एक किशोर मोहम्मद हाजिम भट भी मौके पर मारा गया। उन्होंने बताया कि वह कथित रूप से मानसिक रूप से विकलांग था।
दो दिन पहले उत्तर कश्मीर के रजवार जंगल स्थित एक गांव में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक कर्नल और एक मेजर समेत पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए तथा दो आतंकवादी भी मारे गए।
हाल के वर्षों में सेना को हुआ यह सबसे बड़ा नुकसान है। शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों में कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद, नायक राजेश और लांस नायक दिनेश शामिल हैं। ये सभी ब्रिग्रेड आफ द गार्ड्स रेजीमेंट से थे और वर्तमान में 21 राष्ट्रीय राइफल्स का हिस्सा थे जो कि आतंकवाद निरोध के लिए तैनात है। साथ ही जम्मू कश्मीर पुलिस के उपनिरीक्षक सगीर अहमद पठान उर्फ काजी भी आतंकवादियों की गोलियां लगने से शहीद हो गए।
रजवार जंगल स्थित एक गांव में हुए मुठभेड़ की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में दो आतंकवादी भी मारे गए हैं, जिनमें प्रतिबंधित लश्कर-ए- तैयबा का कमांडर हैदर भी शामिल है जो कि एक पाकिस्तानी नागरिक था और उत्तर कश्मीर के क्षेत्र में सक्रिय था।