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राजस्थान पंचायत चुनावों में कांग्रेस को झटका, भाजपा ने जनादेश को कृषि कानूनों के पक्ष में बताया

By भाषा | Updated: December 9, 2020 19:01 IST

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जयपुर/नयी दिल्ली, नौ दिसंबर राजस्थान की सत्ताधारी कांग्रेस को यहां के पंचायत चुनावों में बुधवार को तगड़ा झटका लगा। राज्य के 21 जिलों में 4,371 पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव में भाजपा को जहां 1,989 सीटें मिली वहीं कांग्रेस को 1,852 सीटों पर संतोष करना पड़ा। भाजपा ने इन चुनावों में पार्टी को मिली सफलता को केंद्र सरकार के कृषि सुधार कानूनों पर किसानों की मुहर बताया।

चार चरणों में संपन्न हुए इन चुनावों के नतीजों के मुताबिक मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) को 26, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को छह और बहुजन समाज पार्टी को पांच सीटें मिली हैं। निर्दलीय उम्मीदवारों को 439 पंचायत समिति सीटों पर विजय हासिल हुई।

इसी तरह जिला परिषद सदस्यों के चुनाव में भाजपा ने 353 और कांग्रेस ने 252 सीटें जीतीं। कुल 636 जिला परिषद सदस्यों के लिए चुनाव हुए थे। एक जिला परिषद का चुनाव परिणाम आना अभी बाकी है।

इन चुनावों के नतीजे ऐसे समय में आये हैं जब देश भर के कई किसान संगठन कृषि सुधार कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं और इन्हें रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं।

भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने राजस्थान में पार्टी को मिली जीत के लिए क्षेत्र की जनता, खासकर किसानों व महिलाओं का आभार जताया और कहा कि यह जीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गांव, गरीब, किसान और मजदूर के विश्वास का प्रतीक है।

नड्डा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘राजस्थान में पंचायत समिति और जिला परिषद चुनावों में प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र की जनता, किसानों व महिलाओं ने भाजपा में जो विश्वास प्रकट किया है, इसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। यह जीत गांव, गरीब, किसान और मजदूर के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में विश्वास का प्रतीक है।’’

बाद में राजधानी दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कोरोना महामारी, वैश्विक आर्थिक संकट और कृषि सुधारों पर विपक्ष के दुष्प्रचार के बाद भी मतदाता सभी जगह भाजपा को पसंद कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘राजस्थान में जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव में भाजपा को जीत मिली है। जिला परिषद के इन चुनावों में 2.5 करोड़ मतदाताओं में से अधिकतर किसान हैं। इसका मतलब है कि किसान राजस्थान में कृषि सुधारों के पक्ष में हैं।’’

जावड़ेकर ने कहा कि राजस्थान के चुनाव में इस बार हार जीत का अंतर बहुत ज्यादा रहा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अपने गृह क्षेत्र की दो पंचायत समिति हार गए। कांग्रेस नेता सचिन पायलट के गृह जिले टोंक में जिला परिषद भाजपा ने जीती है।

सत्ता में होने के बावजूद कांग्रेस को पार्टी प्रदेशाध्‍यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना और खेल मंत्री अशोक चांदना जैसे मंत्रियों के इलाकों में हार का सामना करना पड़ा है।

सीकर की लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति, जो डोटासरा के निर्वाचन क्षेत्र में आती है, में भाजपा ने 25 में से 13 सीटों में जीत दर्ज की हैं। कांग्रेस को 11 सीटें मिली हैं और एक निर्दलीय के हिस्से में गई है।

इसी तरह से सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के लिए तब शर्मिंदगी की स्थिति उत्पन्न हो गई जब चित्‍तौड़गढ़ की निम्बाहेडा पंचायत समिति में 17 सीटों में से भाजपा ने 14 सीटें जीती हैं।

टोंक पंचायत समिति में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है और चुनाव में जीत दर्ज करने वाले तीन निर्दलीय उम्मीदवार बोर्ड बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे। तीनों निर्दलीय ने कांग्रेस नेता और टोंक से विधायक सचिन पायलट को वहां कांग्रेस का बोर्ड बनाने के लिये समर्थन देने का वादा किया है।

निर्दलीय हंसा देवी गुर्जर के पति रामलाल गुर्जर ने कहा कि पंचायत समिति में कांग्रेस बोर्ड बनाने के लिए निर्दलीय उम्मीदवारों ने पायलट को समर्थन देने का फैसला लिया है।

चुनाव परिणाम ऐसे समय में आये हैं जब राज्य में अशोक गहलोत सरकार के दो वर्ष पूरे होने वाले हैं, ऐसे में इसे सत्ताधारी कांग्रेस के लिये चेतावनी माना जा सकता है। परिणाम आने के बाद प्रदेशाध्‍यक्ष डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार और संगठन के बीच अच्छा तालमेल रखकर आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करेगी।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘प्रदेश के 21 जिलों में संपन्न पंचायत चुनावों में पार्टी का जनाधार बढ़ाने पर सभी प्रत्याशियों को बहुत धन्यवाद। यह परिणाम हमें भविष्य में और बेहतर ढंग से काम करने की प्रेरणा देते हैं। सत्ता और संगठन में और अच्छा तालमेल बैठाकर कांग्रेस पार्टी आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करेगी।’’

चुनाव परिणाम से भाजपा के प्रदेश पदाधिकारी उत्‍साहित हैं। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि पंचायती राज चुनाव के नतीजे इस भ्रष्ट सरकार के लिए निश्चित ही ‘‘विदाई का संकेत’’ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘गाँव के लोगों ने भाजपा पर विश्वास जताया है और केंद्र की नरेंद्र मोदी नीत सरकार और भाजपा संगठनों के प्रयासों की सराहना की है।’’

राजस्थान के 21 जिलों में कुल 636 जिला परिषद सदस्यों और 4,371 पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव के लिए अजमेर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चुरू, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर, झालावाड़, झुंझुनू, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, टोंक और उदयपुर में मतदान चार चरणों में, 23 और 27 नवंबर और एक और पांच दिसंबर को हुआ था।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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