भोपाल: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी को लेकर कहा कि शिवराज सरकार खरीदी के झूठे दावे कर रही है. किसान परेशान हो रहा है. आगर मालवा जिले में किसान की मौत को लेकर उन्होंने कहा कि अपनी फसल बेचने के लिए किसान पे्रम सिंह चार दिन घूमता रहा और अव्यवस्थाओं के चलते उसकी मौत हो गई.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह आप समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के भले बड़े-बड़े दावे करें, खूब आंकड़े जारी करे, लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है. आज किसान को अपनी उपज बेचने के लिए काफी परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि उपार्जन केंद्रो पर कही बारदान की कमी है, कही तुलाई की व्यवस्था नहीं है, कई परिवहन नहीं होने से काम बंद पड़ा है, किसानों को एसएमएस भेजकर बुलाया लिया जाता है. कमलनाथ ने कहा कि चार-चार दिन भीषण गर्मी में किसान अपनी उपज बेचने के लिए भूखा प्यासा कई किलोमीटर लंबी लाइन में लगा हुआ है, उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है.
आगर-मालवा में मलवासा के एक किसान प्रेम सिंह की इसी परेशानियों व अव्यवस्थाओं से दुखद मौत हो गई. इस किसान को 19 मई को उसकी उपज को लेकर झलारा उपार्जन केन्द्र पर बुलाया गया था. चार दिन इंतजार के बाद उसके उपार्जन केन्द्र को परिवर्तित कर उसे तनोड़िया बुलाया गया. 25 मई को 6 दिन बाद जब उसका नंबर आया, तभी अपनी फसल बेचने को लेकर भीषण गर्मी में निरंतर भटक रहे. उन्होंने कहा कि तनाव झेल रहे किसान प्रेम सिंह की दु:खद मृत्यु हो गई.
खरीदी की अव्यवस्थाओं से हुए तनाव से इस किसान की जान चली गई. इसकी जिम्मेदार सरकार व उसकी नीतिया है. ऐसे ही कई किसान निरंतर परेशानियो का सामना कर रहे है, अपनी उपज बेचने के लिए निरंतर भटक रहे है, तनाव झेल रहे है. उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ झूठे दावे में लगी हुई है, जमीनी धरातल पर स्थिति विपरीत है. सरकार मृत किसान के परिवार की हरसंभव मदद करे व इस किसान की मौत के जिम्मेदारों पर कड़ी से कड़ी काईवाई की जाए.