ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष और जाने-माने शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक का मंगलवार देर रात निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे। मौलाना सादिक के बेटे कल्बे सिब्तैन नूरी ने बताया कि उनके पिता ने लखनऊ स्थित एरा अस्पताल में रात करीब 10 बजे अंतिम सांस ली। मौलाना कल्बे सादिक दुनिया भर में अपनी उदारवादी छवि के लिए जाने जाते थे।
डेढ़ महीने से हॉस्पिटल में भर्ती थे
कैंसर, गंभीर निमोनिया और संक्रमण से पीड़ित मौलाना सादिक पिछले करीब डेढ़ महीने से अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें पिछले मंगलवार को तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उसके बाद से उनकी हालत बिल्कुल नहीं संभली।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक
यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मौलाना सादिक के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने मौलाना सादिक की आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताते हुए लिखा, "भारत के जाने माने शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक का निधन बेहद दुःखद है। वे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष रहे और हमेशा समाज में भाईचारे को मज़बूत करने पर बल दिया। वे एक नेक और अज़ीम शख़्सियत थे। मैं उनके परिवार और चाहने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।"
बसपा सुप्रीमो मायावती ने लिखा, "ऑल-इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व मशहूर शिया आलिम-ए-दीन मौलाना कल्बे सादिक का लम्बी बीमारी के बाद निधन की खबर अति-दुःखद। उनके परिवार व देश-दुनिया में उनके सभी जानने-मानने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। कुदरत उन सबको इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।"