दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के कांग्रेस के साथ गठबंधन वाले बयान पर दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने पलटवार किया है। शीला दीक्षित ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने एक बार भी काग्रेस के साथ गठबंधन के लिए बात नहीं की है। आम आदमी पार्टी की ओर से एक बार भी कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोई पहल नहीं की गई है। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के चांदनी चौक में 20 फरवरी को रैली में कहा था, हम कांग्रेस को गठबंधन के लिए मना-मनाकर थक गए हैं, लेकिन वो इसको हर बार खारिज कर देते हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक शीला दीक्षित ने कहा है, अरविंद केजरीवाल ने गठबंधन वाली बात किस आधार पर कही ये बात मेरे समझ के परे है, क्योंकि केजरीवाल ने एक बार भी काग्रेंस के साथ गठबंधन के लिए बात नहीं की है। मैं केजरीवाल से ये पूछना चाहती हूं कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा? हालांकि शीला दीक्षित ने आप पार्टी के साथ गठबंधन पर कुछ भी नहीं कहा।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस और आप पार्टी का गठबंधन नहीं होने वाला है। बुधवार(20 फरवरी) को केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की सातों सीटों पर बीजेपी को हराने के लिए आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कांग्रेस को गठबंधन के लिए मनाने की कई बार कोशिश की। लेकिन कांग्रेस ने हमारी एक ना सूनी।
केजरीवाल ने कहा, बीजेपी के हर उम्मीदवार के खिलाफ एक प्रत्याशी होना चाहिए और वोटों का बंटवारा तो बिल्कुस भी नहीं होना चाहिए। पहले ऐसी खबरें भी आई थी कि कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से आप पार्टी मना कर रही है, लेकिन केजरीवाल ने साफ किया है कि काग्रेंस ही ये गठबंधन नहीं करना चाहती है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, अगर कांग्रेस लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तैयार हो जाती तो दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर बीजेपी तो बिल्कुल भी नहीं जीत पाती। केजरीवाल ने यह बयान चांदनी चौक में दिया। केजरीवाल की यह रैली चांदनी चौक इलाके के अल्पसंख्यक बहुल इलाके में आयोजित की गई थी। 2014 में बीजेपी आम चुनाव में दिल्ली की सात सीटों पर जीते थे।