छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान के लिए तीन कोबरा कमांडो को ‘शौर्य चक्र’

By भाषा | Updated: August 14, 2021 19:30 IST2021-08-14T19:30:29+5:302021-08-14T19:30:29+5:30

'Shaurya Chakra' to three CoBRA commandos for anti-Naxal operation in Chhattisgarh | छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान के लिए तीन कोबरा कमांडो को ‘शौर्य चक्र’

छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान के लिए तीन कोबरा कमांडो को ‘शौर्य चक्र’

नयी दिल्ली, 14 अगस्त वर्ष 2019 में देश में आम चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में बहादुरी दिखाते हुए चार ‘‘कट्टर’’ नक्सलियों को ढेर करने के लिए केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के तीन कोबरा कमांडोज को ‘शौर्य चक्र’ से सम्मानिक किया गया है।

‘शौर्य चक्र’ शांति काल में दिया जाने वाला तीसरा सबसे बड़ा सैन्य पराक्रम मेडल है।

डिप्टी कमांडेंट चितेश कुमार, उप निरीक्षक मनजिंदर सिंह और कांस्टेबल सुनील चौधरी ‘कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन’(कोबरा) की 201वीं बटालियन से हैं, जो ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की सीमा से लगे दक्षिण बस्तर क्षेत्र के घने जंगलों और कठिन इलाकों में काम करती है। देश में इसी इलाके में सशस्त्र माओवादी काडर सबसे ज्यादा सक्रिय हैं।

वीरता के लिए ये मेडल केन्द्र सरकार की ओर से स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर विभिन्न केन्द्रीय और राज्य पुलिस बल के लिए घोषित 1,380 सेवा मेडल में शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि सुकमा के जागारगुडा पुलिस थाने अंतर्गत ‘वटे वगुन नाले’ के पास 26 मार्च 2019 को नक्सलियों ने घात लगा कर हमला किया और सुरक्षा बलों ने इसका माकूल जावाब दिया। इस कार्रवाई में चार नक्सली मारे गए थे। चारों पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम था और उनके पास से सुरक्षा बलों से लूटी गई इनसास रायफल ,कुछ बंदूके और गोला बारूद बरामद हुआ था।

तीनों जवानों के प्रशस्ति पत्र में लिखा गया है,‘‘ यह अभियान माओवादियों के सशस्त्र दल जिसे पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी के तौर पर भी जाना जाता है,उस पर कड़ा प्रहार था।’’

इसमें कहा गया,‘‘ वर्ष 2019 के आम चुनाव से ठीक पहले माओवादियो के खिलाफ इस कड़े हमले से छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में मदद मिली।’’

इन सैन्य मेडल के अलावा, देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ को स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता के लिए राष्ट्रपति पुलिस मेडल (पीपीएमजी)और वीरता के लिए 150 पुलिस मेडल (पीएमजी)प्रदान किए गए।

151 वीरता मेडल में से 108 जम्मू कश्मीर में अभियानों के लिए और 39 वामपंथी उग्रवाद प्रभावित छत्तीसगढ़ और झारखंड में कार्रवाई के लिए दिए गए हैं।

पिछले वर्ष जून में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में दो ‘‘कट्टर’’ आतंकवादियों को ढेर करने के लिए 182वीं सीआरपीएफ बटालियन के हेड कांस्टेबल काले सुनील दत्तात्रेय को मरणोपरांत पीपीएमजी दिया गया।

केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा प्रकाशित एक आधिकारिक सूची के अनुसार इस टीम में शामिल कांस्टेबल गुलशन सिंह सहित कुछ अन्य लोगों को पीएमजी दिया गया।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: 'Shaurya Chakra' to three CoBRA commandos for anti-Naxal operation in Chhattisgarh

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे