लाइव न्यूज़ :

शाहीन बाग: सुप्रीम कोर्ट ने संजय हेगड़े समेत तीन लोगों को दी प्रदर्शकारियों को समझाने की जिम्मेदारी, जानें उनके बारे में

By अनुराग आनंद | Updated: February 17, 2020 15:32 IST

सुप्रीम कोर्ट ने संजय हेगड़े, वजाहत हबीबुल्लाह और वकील साधन रामचंद्रन को दी है। कोर्ट ने हेगड़े समेत इन तीनों को कहा है कि प्रदर्शनकारियों से बात कर उन्हें सड़क से हटाने का प्रयास करें।

Open in App
ठळक मुद्देसुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार व अन्य लोगों द्वारा प्रदर्शकारियों को सड़क से हटाने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई की।सड़क से प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार के अलावा भाजपा नेता ने भी सुप्रीम कोर्ट में दिया है याचिका।

शाहीन बाग में नरेंद्र मोदी सरकार के नए कानून सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर बैठी महिलाओं के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा कि यदि हर कोई सड़क पर प्रदर्शन करने लगे तो देश का क्या होगा। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों को समझाने की जिम्मेदारी सुप्रीम कोर्ट ने संजय हेगड़े, वजाहत हबीबुल्लाह और वकील साधन रामचंद्रन को दी है। कोर्ट ने हेगड़े समेत इन तीनों को कहा है कि प्रदर्शनकारियों से बात कर उन्हें सड़क से हटाने का प्रयास करें। 

इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार व अन्य लोगों द्वारा प्रदर्शकारियों को सड़क से हटाने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई की। कोर्ट में याचिका दायर की गई थी कि शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए केंद्र सरकार को निर्देश दिया जाए।  

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि लोगों को अपनी आवाज समाज तक पहुंचाने का पूरा हक है। हम हक की रक्षा के विरोध के खिलाफ नहीं हैं। कोर्ट ने कहा कि आप दिल्ली ट्रैफिक की समस्या को जानते हैं।  हर कोई सड़क पर उतरने लगे तो क्या होगा? यह जनजीवन को ठप करने की समस्या से जुड़ा मुद्दा है।

संजय हेगड़े कौन हैं-बता दें कि संजय हेगड़े सुप्रीम कोर्ट में सीनियर वकील हैं। हेगड़े सुप्रीम कोर्ट में कई हाई प्रोफाइल केस लड़ चुके हैं। शाहीन बाग मामले में प्रदर्शनकारियों को हटाने की जिम्मेदारी कोर्ट ने उनके ही कंधे पर दी है। 

वजाहत हबीबुल्लाह कौन हैं-वजाहत हबीबुल्लाह राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष थे। इससे पहले, उन्होंने भारत के पहले मुख्य सूचना आयुक्त के तौर पर अपनी सेवाएं दी थी। वे 1968 से अगस्त 2005 की अपनी सेवानिवृत्ति तक भारतीय प्रशासनिक सेवा में रहे थे। 

साधना रामचंद्रन कौन हैं-साधना रामचंद्रन भी पेशे से वकील ही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने वजागहत हबीबुल्लाह और संजय हेगड़े के साथ इन्हें भी प्रदर्शकारियों को समझाने की जिम्मेदारी दी है। कोर्ट ने कहा कि ये तीनों प्रदर्शकारी व सरकार के बीच पुल का काम करेंगे। 

टॅग्स :शाहीन बाग़ प्रोटेस्टसुप्रीम कोर्टदिल्लीनरेंद्र मोदी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

कारोबारIndiGo Crisis: 7 दिसंबर रात 8 बजे तक सभी यात्रियों को तत्काल पैसा वापस करो?, मोदी सरकार ने दिया आदेश, छूटे हुए सभी सामान अगले 48 घंटों के भीतर पहुंचाओ

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

क्राइम अलर्टDelhi: जाफराबाद में सड़क पर झड़प, गोलीबारी के बाद 3 गिरफ्तार

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत