शाह ने बोलपुर में किया रोड शो, ममता सरकार पर किया हमला
By भाषा | Updated: December 21, 2020 00:20 IST2020-12-21T00:20:38+5:302020-12-21T00:20:38+5:30

शाह ने बोलपुर में किया रोड शो, ममता सरकार पर किया हमला
(जतिन टक्कर)
बोलपुर (पश्चिम बंगाल), 20 दिसंबर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पश्चिम बंगाल के बोलपुर शहर में रोड शो किया। इस दौरान उनपर गेंदे के फूलों की पंखुड़ियां बिखेरी गईं और "जय श्रीराम" के नारे लगाए गए।
कभी वामपंथ का गढ़ रहा और फिर ममता बनर्जी का दुर्ग बने बंगाल में कमल खिलाने की कोशिशों में लगे शाह ने दावा किया भगवा दल 200 से ज्यादा सीटें हासिल कर अगली सरकार का गठन करेगा। पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीट हैं।
उन्होंने "भतीजा" द्वारा संरक्षित "भ्रष्टाचार, उगाही और बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर" बनर्जी सरकार पर बार-बार हमला बोला।
"भतीजा" शब्द का इस्तेमाल अभिषेक बनर्जी का हवाला देने के लिए किया गया। वह तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद एवं ममता बनर्जी के भतीजे हैं।
शाह का रोड शो बंगाली संस्कृति और साहित्य के प्रतीक रवींद्रनाथ टैगोर से जुड़े बोलपुर की सड़कों से गुजरता रहा।
शाह ने गेंदे के फूलों से सजे ट्रक से जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "पश्चिम बंगाल के लोग बदलाव के इच्छुक हैं, क्योंकि वे राजनीतिक हिंसा, भ्रष्टाचार, उगाही और बांग्लादेशी घुसपैठ से छुटकारा चाहते हैं।"
भाजपा के झंडे घरों की छतों और पेड़ों के ऊपर लगा हुए थे। वहीं, लोग गाड़ियों के काफिले पर फूलों की पंखुड़ियां फेंक रहे थे, साथ में हरा और भगवा गुलाल भी हवा में उड़ा रहे थे।
वहीं, भीड़ में मौजूद महिलाएं वीडियो बनाती हुई दिखीं। शाह को हनुमान मंदिर से डाक बंगले तक का करीब डेढ़ किलोमीटर का सफर तय करने में एक घंटे से ज्यादा का समय लगा।
बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शाह ने पश्चिम बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले का हवाला दिया और राज्य में कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे पर ममता बनर्जी सरकार की खिंचाई की।
आंकड़ों का हवाला देते हुए शाह ने दावा किया कि राज्य स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा समेत विकास सूचकांकों पर विफल है।
उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस राज्य सरकार की विफलताओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए ‘बाहरी-भीतरी’ के मुद्दे को उठा रही हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में यदि भाजपा सत्ता में आती है तो कोई माटी का लाल ही मुख्यमंत्री बनेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ममता दी कुछ चीजें भूल गई हैं। जब ममता दी कांग्रेस में थीं तो क्या उन्होंने इंदिरा गांधी को बाहरी कहा था? क्या उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया था? क्या वह ऐसा देश बनाने की कोशिश कर रही हैं, जहां एक राज्य की जनता को दूसरे राज्यों में आने की अनुमति न हो?’’
शाह ने कथित बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर भी ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि सिर्फ भाजपा इसे रोक सकती है।
शाह बाहरी व्यक्ति होने के टैग को हटाने की कोशिश में बंगाली संस्कृति से जुड़ी हस्तियों से संबंधित स्थलों पर भी गए।
उन्होंने शांतिनिकेतन और विश्व भारती विश्वविद्यालय का भी दौरा किया जिसकी स्थापना रबींद्रनाथ टैगोर ने की थी। वह बाउल गायक बासुदेब दास के घर भी गए और उनके साथ दोपहर का भोज भी किया।
शाह "मिशन बंगाल" के तहत शनिवार को स्वामी विवेकानंद के कोलकाता स्थित पुश्तैनी घर भी पहुंचे जहां उन्होंने भारत की संस्कृति को विश्व स्तर पर ले जाने के लिए संत-दार्शनिक की प्रशंसा की।
इसके बाद वह स्वतंत्रता संग्राम में शहीद हुए खुदीराम बोस के मिदनापुर स्थित घर गए जो 18 साल की उम्र में 1908 में हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए थे।
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