तो क्या DGMS (आर्मी) की नियुक्ति में वरिष्ठता क्रम और परिपाटी को किया जाएगा नजरअंदाज?
By विपुल कुमार | Published: March 18, 2023 07:21 PM2023-03-18T19:21:57+5:302023-03-18T20:39:00+5:30
सेना चिकित्सा कोर के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह की डीजी (AFMS) के तौर पर नियुक्ति के बाद DGMS(आर्मी) का पद रिक्त हुआ है।

तो क्या DGMS (आर्मी) की नियुक्ति में वरिष्ठता क्रम और परिपाटी को किया जाएगा नजरअंदाज?
नई दिल्ली: सेना चिकित्सा कोर के नए डीजी ( DGMS आर्मी) की नियुक्ति से पहले इसको लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गयी है। अन्दरखाने यह आशंका जतायी जा रही है कि रक्षा मंत्रालय और वरिष्ठ सैन्य अफसर इस नियुक्ति में वरिष्ठता क्रम की अनदेखी कर सकते हैं। मामले से परिचित सूत्र ने दावा किया कि सैन्य परिपाटी के अनुसार उत्तरी कमाण्ड के मेजर जनरल सरत चंद्र दाश की नियुक्ति होनी चाहिए लेकिन कुछ वरिष्ठ सैन्य अधिकारी नहीं चाहते कि इस पद पर मेजर जनरल दाश की नियुक्ति हो।
लेफ्टिनेंट जनरल के लिए एमपैनल्ड मेजर जनरल सरत चंद्र दाश सेना ने अफगानिस्तान समेत दो युद्धों में भागीदारी की है। उन्होंने उत्तरी कमाण्ड और पूर्वी कमाण्ड में ऑपरेशनल कमाण्ड का नेतृत्व किया है। उन्हें उनके योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया है।
मेजर जनरल सरत चंद्र दाश तब भी चर्चा में आये थे जब आरोप लगा कि डीजीएएमएमएस एडमिरल रजत दत्ता ने दाश का करियर खराब करने की धमकी दी थी और दुर्भावनापूर्वक उनकी गोपनीय रपट में प्रतिकूल टिप्पणी की थी। बाद में वह मामला रक्षा मंत्रालय पहुँचा और दाश की गोपनीय रपट से विवादित टिप्पणियों को हटाया गया।
सूत्र के अनुसार उस मामले के बाद कुछ वरिष्ठ अफसरों ने तीन बार मेजर जनरल दाश को लो वैल्यू जजमेंट मार्क्स दिए जिसे बाद में सक्षम अधिकारियों द्वारा निरस्त किया गया। एक समय ऐसी भी चर्चा चली की लेफ्टिनेंट दलजीत सिंह ने मेजर जनरल सरत चंद्र दाश से जूनियर अफसरों को प्रमोट करके लेफ्टिनेंट जनरल बनाए जाने की संस्तुति कर दी लेकिन दाश का प्रमोशन अटका रहा। उस समय लेफ्टिनेंट जनरल अरिंदम चटर्जी पर भी सरत चंद्र दाश के खिलाफ गुटबाजी करने का आरोप लगे थे लेकिन हालाँकि इस आरोप की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी।