कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा नहीं रहे
By भाषा | Updated: December 21, 2020 21:17 IST2020-12-21T21:17:52+5:302020-12-21T21:17:52+5:30

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा नहीं रहे
नयी दिल्ली, 21 दिसंबर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का कोरोना वायरस संक्रमण के बाद हुई स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के कारण सोमवार को निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे।
उनके परिवार ने बताया कि कुछ दिनों पहले यूरिनरी इंफेक्शन के बाद उन्हें एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था, जहां वह वेंटिलर पर थे। सोमवार को उनका निधन हो गया। रविवार (20 दिसंबर) को ही वोरा का जन्मदिन था।
वह गत अक्टूबर महीने में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे और कई दिनों तक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती रहने के बाद उन्हें छुट्टी भी मिल गई थी।
वोरा के निधन की खबर मिलने के बाद कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी का ध्वज झुका दिया गया। छत्तीसगढ़ सरकार ने उनके निधन पर तीन दिनों के शोक की घोषणा की है।
वोरा का मंगलवार को छत्तीसगढ़ के दुर्ग में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस एवं कई अन्य दलों के वरिष्ठ नेताओं ने वोरा के निधन पर शोक जताया है।
कोविंद ने ट्वीट किया, ‘‘ यह सुनकर दुख हुआ कि वयोवृद्ध कांग्रेस नेता श्री मोतीलाल वोरा नहीं रहे। वह बड़े विनम्र शख्स थे और नेताओं की ऐसी पीढ़ी से थे जो राजनीति में अंत तक अपने दृढ़ विश्वास को कायम रखती है । उनके परिवार एवं मित्रों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं।’’
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से किए गए एक ट्वीट में मोदी ने कहा, ‘‘मोतीलाल वोरा जी कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेताओं में थे, जिन्हें दशकों लंबे राजनीतिक जीवन में व्यापक प्रशासनिक और सांगठनिक अनुभव था। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिजनों और शुभचिंतकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।’’
सोनिया गांधी ने शोक संदेश में कहा, ‘‘मोतीलाल वोरा के निधन से जो बड़ा खालीपन पैदा हुआ है, उसे भर पाना बहुत मुश्किल है। उनका जीवन जनसेवा और कांग्रेस की विचारधारा के प्रति बेमिसाल प्रतिबद्धता का जीवंत उदाहरण है।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘हम उनके मार्गदर्शन और उनकी नि:स्वार्थ सेवा की कमी हमेशा महसूस करेंगे। उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना है।’’
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘ मोतीलाल वोरा एक सच्चे कांग्रेसी नेता थे, जिनके पास प्रशासनिक और राजनीतिक अनुभव था। उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और कांग्रेस के कोषाध्यक्ष के तौर पर सेवा दी। उनके निधन से देश ने एक दिग्गज नेता और बेहतरीन प्रशासक खो दिया है।’’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनके निधन पर दुख प्रकट करते हुए ट्वीट किया, ‘‘वोरा जी एक सच्चे कांग्रेसी और बेहतरीन इंसान थे। हमें उनकी कमी बहुत महसूस होगी। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरा स्नेह एवं संवेदना है।’’
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने वोरा के निधन पर दुख जताते हुए कहा, ‘‘मोतीलाल वोरा जी के निधन से कांग्रेस पार्टी के हर एक नेता, हर एक कार्यकर्ता को व्यक्तिगत तौर पर दुःख महसूस हो रहा है। वोरा जी कांग्रेस की विचारधारा के प्रति निष्ठा, समर्पण और धैर्य के प्रतीक थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘92 साल की उम्र में भी हर बैठक में उनकी मौजूदगी रही, हर निर्णय पर उन्होंने अपने विचार खुलकर प्रकट किए। आज दुःख भरे दिल से उन्हें अलविदा कहते हुए यह महसूस हो रहा है कि परिवार के एक बड़े बुजुर्ग सदस्य चले गए हैं। हम सब उन्हें बहुत याद करेंगे।’’
गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी और कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी वोरा के निधन पर दुख प्रकट किया।
वोरा ने अपने पांच दशकों से अधिक के राजनीतिक जीवन में पार्टी और सरकार में कई अहम भूमिकाओं का निर्वहन किया। वह इस साल अप्रैल तक राज्यसभा के सदस्य रहे और कुछ महीने पहले तक कांग्रेस के महासचिव (प्रशासन) की भूमिका निभा रहे थे।
उन्होंने करीब दो दशकों तक कांग्रेस के कोषाध्यक्ष और संगठन में कई अन्य जिम्मेदारियां निभाईं।
वोरा 1980 के दशक में दो बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और 1990 के दशक में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रहे। केंद्र में पीवी नरसिंह राव के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में उन्होंने स्वास्थ्य और नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में भी सेवा दी।
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