सिंधिया ने बाढ़ प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वेक्षण को लेकर कमलनाथ पर कसा तंज
By भाषा | Updated: August 8, 2021 21:52 IST2021-08-08T21:52:25+5:302021-08-08T21:52:25+5:30

सिंधिया ने बाढ़ प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वेक्षण को लेकर कमलनाथ पर कसा तंज
गुना (मप्र), आठ अगस्त केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा प्रदेश के बाढ़ प्रभावित ग्वालियर-चंबल संभागों में किए गये हवाई सर्वेक्षण के एक दिन बाद रविवार को उन पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसा सर्वेक्षण केवल हवाई दौरे तक सीमित नहीं होना चाहिए और उन्हें जमीन पर उतरकर भी जायजा लेना चाहिए।
बाढ़ प्रभावित ग्वालियर-चंबल संभाग में कमलनाथ के शनिवार को किये गये हवाई दौरे को लेकर पूछे गए सवाल पर सिंधिया ने कहा, ‘‘ऐसे सर्वेक्षण केवल हवाई दौरे तक सीमित नहीं होना चाहिए। जब जायजा लिया जाता है तो हवा से भी लिया जाता है और जमीन पर उतरकर भी लिया जाता है।’’
उन्होंने कहा कि हवाई सर्वेक्षण से ज्यादा महत्वपूर्ण जमीन पर पांव रखकर सर्वेक्षण होता है। इसलिए ’’मैं जहां हवाई सर्वेक्षण कर रहा हूं, वहीं जमीन पर उतरकर भी जायजा ले रहा हूँ’’।
सिंधिया ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मेरे पांव हमेशा जमीन से जुड़े रहते हैं। मेरी सोच केवल हवाई भ्रमण की नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह संकट का समय है। ऐसे में पक्ष-विपक्ष नहीं होना चाहिए। चाहे आप सत्ता पक्ष में हों या विपक्ष में, आप जनता के सेवक पहले हों। ऐसे समय में सेवाभाव के साथ जनता की मदद के लिए प्रयास करना चाहिए।’’
एक अन्य सवाल के जबाब में सिंधिया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जब देश में शुरुआत में कोरोना वायरस महामारी फैल रही थी, तो कांग्रेस ने कहा था कि कोविड-19 रोधी टीका मत लगाओ। उसने फिर कहा कि इस टीके से बीमार हो जाते हैं। इसके बाद उसने कहा कि टीके पर्याप्त नहीं है। उसने पहले कहा कि लॉकडाउन क्यों लगाया? बाद में कहा कि लॉकडाउन क्यों हटाया?’’
उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस की असलियत जान चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सस्ती राजनीति करने की सोच और विचारधारा है और वह ‘‘जनता की जान की परवाह नहीं’’ करती।
सिंधिया ग्वालियर संभाग के जिलों में रविवार को सर्वेक्षण करने आये थे। इस दौरान उन्होंने गुना जिले का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद गुना शहर में सड़क मार्ग से भ्रमण किया। बाद में वह शिवपुरी गये।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।