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कोरोना को मारेगी ये मशीन! वायरस को हवा में मारने वाला खास ‘एयर फिल्टर' बनाने का वैज्ञानिकों ने किया दावा

By भाषा | Updated: July 8, 2020 14:13 IST

कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन की खोज पूरी दुनिया में जारी है। इस बीच कुछ वैज्ञानिकों ने ऐसा एयर फिल्टर बनाने का दावा किया है, जिसमें कोरोना वायरस को मारने की क्षमता है।

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ठळक मुद्देवैज्ञानिकों ने एक खास मशीन बनाने का किया दावा, इसमें कोरोना को हवा में पकड़कर मारने की क्षमता'मेटेरियल्स टुडे फिजिक्स' नाम के जर्नल में छपी है रिपोर्ट, ऑफिस-स्कूल जैसी बंद जगहों पर हो सकता है कारगर

वैज्ञानिकों ने एक खास एयर फिल्टर बनाने का दावा किया है जो कोरोना वायरस को पकड़कर तत्काल मार सकता है। माना जा रहा है कि अगर इसका इस्तामाल शुरू हुआ तो बंद जगहों जैसे स्कूल, अस्पताल, ऑफिस या हवाई जहाज आदि तक में कोविड-19 संक्रमण फैलने के खतरे को कम किया जा सकता है। 

इस संबंध में एक स्टडी 'मेटेरियल्स टुडे फिजिक्स' नाम के जर्नल में छपा है। ऐसे दावे हैं कि इस खास मशीन के 'एयर फिल्टर' से होकर गुजरने वाली हवा में 99.8 प्रतिशत तक कोरोना वायरस, सार्स-CoV-2 को मारने की क्षमता है।

अध्ययन में कहा गया कि इस उपकरण को व्यावसायिक रूप से उपलब्ध निकेल फोम को 200 डिग्री सेल्सियस तक गर्म कर बनाया गया। इसने घातक जीवाणु बैसिलस एन्थ्रेसिस के 99.9 प्रतिशत बीजाणु को नष्ट कर दिया। बैसिलस एन्थ्रेसिस से एन्थ्रेक्स बीमारी होती है।

अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ ह्यूस्टन (यूएच) के अध्ययन में शामिल झिफेंग रेन ने कहा, 'यह फिल्टर हवाई अड्डों और हवाई जहाजों में, कार्यालय भवनों, स्कूलों और क्रूज जहाजों में कोविड-19 को फैलने से रोकने में उपयोगी साबित हो सकता है।' 

उन्होंने कहा, ‘वायरस को फैलने से रोकने में मदद करने की इसकी क्षमता समाज के लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकती है।’ 

वैज्ञानिकों के अनुसार चूंकि यह वायरस हवा में लगभग तीन घंटे तक रह सकता है तो एक ऐसा फिल्टर बनाने की योजना थी जो इसे जल्द समाप्त कर दे और विश्व भर में दोबारा कामकाज शुरू होने के कारण उनका मानना है कि बंद स्थानों में वायरस को नियंत्रित करना जरूरी है। रेन ने कहा कि निकेल फोम कई अहम जरूरतों को पूरा करता है। 

अनुसंधानकर्ताओं ने एक बयान में कहा, 'यह छिद्रयुक्त है जिससे हवा का प्रवाह होता है और विद्युत सुचालक भी है जिसने इसे गर्म होने दिया। यह लचीला भी है।' अनुसंधानकर्ताओं ने चरणबद्ध तरीके से इस उपकरण को उपलब्ध कराने की मांग की है।

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