लाइव न्यूज़ :

कांगड़ा में तीसरी से सातवीं तक के लिए 10 नवंबर से खुलेंगे स्कूल

By भाषा | Updated: November 9, 2021 16:31 IST

Open in App

धर्मशाला, नौ नवंबर हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 के मामलों में आ रही कमी के मद्देनजर कांगड़ा जिला प्रशासन ने 10 नवंबर से तीसरी से सातवीं तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने का फैसला लिया है।

जिला प्रशासन की ओर से जारी आदेश के अनुसार, कोविड महामारी शुरु होने के बाद पहली बार 15 नवंबर से पहली और दूसरी कक्षा के छात्र भी स्कूल जा सकेंगे।

राज्य में आठवीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए कक्षाएं पहले से ही चल रही हैं।

एक अन्य आदेश में जिला मजिस्ट्रेट निपुन जिंदल ने कहा कि सभी सामाजिक, शैक्षणिक, खेल, सांस्कृतिक, राजनीतिक, धार्मिक और अन्य कार्यक्रम सिर्फ 50 प्रतिशत क्षमता के साथ आयोजित होंगे और सभी में कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन अनिवार्य होगा।

आदेश में चेतावनी दी गई है, ‘‘आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आपदा प्रबंधन कानून, 2005 की धारा 51-60 और भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी।’’

जिंदल ने कहा कि कांगड़ा जिले में ‘नो मास्क नो सर्विस’ (मास्क नहीं तो सेवा नहीं) नियम लागू रहेगा।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

विश्वMexico: प्राइवेट प्लेन दुर्घटनाग्रस्त, 7 लोगों की मौत; लैंडिंग की कोशिश के समय हादसा

क्राइम अलर्टGoa: नाइट क्लब अग्निकांड के बाद बड़ी कार्रवाई, 'द केप गोवा’ रेस्तरां नियमों के उल्लंघन के आरोप में सील

भारतजम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बिजली सकंट, भयंकर ठंड के बीच बिजली की कटौती से लोगों को हो रही परेशानी

क्राइम अलर्टDelhi: जाफराबाद में ताबड़तोड़ गोलीबारी, बाइक सवार हमलावरों ने दो भाइयों का किया मर्डर

क्राइम अलर्टPunjab: मोहाली में कबड्डी प्लेयर की हत्या, कबड्डी टूर्नामेंट के दौरान गोलीबारी; चौंकाने वाला वीडियो वायरल

भारत अधिक खबरें

भारतदिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर कोहरे की वजह से भीषण हादसा, बसों और कारों में लगी आग; 4 की मौत

भारतरघुनाथ धोंडो कर्वे, ध्यास पर्व और डेढ़ सौ करोड़ हो गए हम

भारतYear Ender 2025: पहलगाम अटैक से लेकर एयर इंडिया क्रैश तक..., इस साल इन 5 घटनाओं ने खींचा लोगों का ध्यान

भारतYear Ender 2025: उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूरे भारत में भगदड़ में गई कई जानें, सबसे दुखद हादसों से भरा ये साल; जानें

भारतIndo-Pak War 1971: शौर्य और पराक्रम से पाक को चटाई थी धूल