नयी दिल्ली, 29 जनवरी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में नौवीं और 11वीं कक्षा के छात्रों के लिये सभी स्कूल पांच फरवरी से खोल दिये जाएंगे। साथ ही आईटीआई, पॉलीटेक्निक, कॉलेज तथा डिग्री एवं डिप्लोमा संस्थानों को भी खोल दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि शर्ते वहीं रहेंगी जिनकी घोषणा 18 जनवरी को 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिये स्कूल खोलते समय की गई थी।
सिसोदिया ने कहा कि छात्र अभिभावकों की अनुमति के बाद ही कक्षाओं में आ सकेंगे। शारीरिक उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी और सभी स्कूलों तथा कॉलेजों से कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन करने की आशा की जाती है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ''कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए दिल्ली में पांच फरवरी से नौवीं और 11वीं कक्षा के छात्रों के लिये स्कूल खोल दिये जाएंगे। साथ ही कॉलेज तथा डिग्री डिप्लोमा संस्थानों को भी खोल दिया जाएगा। छात्र माता-पिता की अनुमति के बाद ही कक्षाओं में आ सकेंगे। ''
उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण पढ़ाई को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई तो संभव नहीं होगी। हालांकि, स्कूल और कॉलेजों के दोबारा खोले जाने का मकसद छात्रों को अपने प्रायोगिक और आंतरिक परीक्षा के लिए बेहतर तरीके से तैयारी करने में सहायता उपलब्ध कराना है।
इस बीच, दोबारा स्कूल खोले जाने को ध्यान में रखते हुए शिक्षा निदेशालय (डीओई) ने नौवीं और 11वीं कक्षा के लिए परीक्षा निर्देश जारी किए हैं।
11वीं कक्षा के छात्रों के प्रोजेक्ट और आंतरिक परीक्षाएं स्कूल स्तर पर एक मार्च से आयोजित की जाएंगी।
डीओई ने कहा कि स्कूल नौवीं कक्षा के लिए पहली एवं दूसरी आवर्ती परीक्षाएं फरवरी के चौथे सप्ताह में और मार्च के तीसरे सप्ताह में आयोजित कर सकते हैं।
पिछले साल मार्च में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू किये जाने से पहले से स्कूल बंद हैं।
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