कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से दुनियाभर के कई देश लॉकडाउन हो गए हैं। लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है तो वहीं भारत में भी अब कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 400 से ज्यादा हो चुकी है, जबकि 7 लोग इसके कारण अपनी जान गवां चुके हैं। यही नहीं, महाराष्ट्र में कोविड-19 (COVID-19) के सबसे ज्यादा मामले सामने आये हैं। यहां अब तक 89 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इस आंकड़े के साथ महाराष्ट्र अब देश में कोरोना से पीड़ित मरीजों की संख्या में पहले पायदान पर आ चुका है।
ऐसे में सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन (SCAORA) ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए एक प्रस्ताव पारित किया कि उसके सदस्य 4 अप्रैल तक कोर्ट में हाजिर नहीं होंगे। इसके साथ ही, सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन ने चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया (CJI) से कोर्ट को बंद करने का आग्रह भी किया है।
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की कार्यकारी समिति ने शनिवार को आग्रह किया था कि वो 23 मार्च से चार सप्ताह के लिए छुट्टी घोषित करे। यही नहीं, कोर्ट से एसोसिएशन ने आने वाली गर्मी की छुट्टी की तारीखों में इन छुट्टियों को समायोजित करने का भी सुझाव दिया था।
आपको बता दें कि शीर्ष अदालत में आज से अवकाश शुरू हो चुका है। हालांकि, अब वकील अपील कर रहे हैं कि कोर्ट को 4 अप्रैल तक कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से बंद कर देना चाहिए। मालूम हो, कोरोना वायरस एक ऐसी महामारी है, जिसकी वजह से पूरी दुनिया में मरने वालों की संख्या अब 3 लाख 39 181 हो चुकी है। इसमें से 14 हजार 703 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि तकरीबन 99 हजार लोग स्वस्थ हो चुके हैं।