शशिकला को अस्पताल से मिली छुट्टी, अन्नाद्रमुक के साथ राजनीतिक लड़ाई का दिया संकेत

By भाषा | Updated: February 1, 2021 00:28 IST2021-02-01T00:28:05+5:302021-02-01T00:28:05+5:30

Sasikala discharged from hospital, indicated political battle with AIADMK | शशिकला को अस्पताल से मिली छुट्टी, अन्नाद्रमुक के साथ राजनीतिक लड़ाई का दिया संकेत

शशिकला को अस्पताल से मिली छुट्टी, अन्नाद्रमुक के साथ राजनीतिक लड़ाई का दिया संकेत

बेंगलुरु, 31 जनवरी अन्नाद्रमुक से निष्कासित नेता वी के शशिकला को यहां के एक अस्पताल से रविवार को छुट्टी दे गई। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

शशिकला को आय से अधिक संपत्ति के मामले में सजा पूरी होने के बाद कुछ दिन पहले जेल से रिहा कर दिया गया था।

तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत जे. जयलिता की करीबी सहयोगी शशिकला बेहद स्पष्ट संदेश देते हुए अन्नाद्रमुक का झंडा लगे हुए कार से अस्पताल से बाहर निकलीं। पार्टी से निष्कासित होने के बाद शशिकला के इस कदम पर सत्तारूढ़ दल सवाल उठा रहा है।

अन्नाद्रमुक कई बार स्पष्ट कर चुका है कि 66 वर्षीय शशिकला को पार्टी में वापस नहीं लिया जाएगा और जेल से उनकी रिहाई का पार्टी पर कोई असर नहीं होगा।

पार्टी ने के. पलानीस्वामी को अन्नाद्रमुक की ओर से अगले चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है।

गौरतलब है कि पलानीस्वामी और ओ. पनीरसेल्वम ने अन्नद्रमुक के अपने-अपने धड़ों के विलय के बाद शशिकला और उनके भांजे टीटीवी दिनाकरण सहित अन्य लोगों को सितंबर 2017 में पार्टी से निकाल दिया था।

अन्नाद्रमुक ने ट्वीट किया कि शशिकला द्वारा पार्टी के झंडे का उपयोग गैरकानूनी है। पार्टी ने मत्स्य पालन मंत्री और वरिष्ठ नेता डी. जयकुमार के हवाले से कहा, ‘‘शशिकला पार्टी की सदस्य नहीं हैं, ऐसे में वह पार्टी का झंडा कैसे लगा सकती हैं? यह कानून के खिलाफ है।’’

इस मामले में शशिकला का बचाव करते हुए अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम के महासचिव दिनाकरण ने दावा किया, ‘‘वह (शशिकला) अन्नाद्रमुक की महासचिव हैं।’’ गौरतलब है कि मार्च 2018 में दिनाकरण ने अन्नद्रमुक को वापस पाने के लक्ष्य से अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम का गठन किया था।

दिनाकरण ने पत्रकारों से कहा कि पार्टी से उनके कथित निष्कसान और उससे जुड़े मामले फिलहाल तमिलनाडु की अदालत में लंबित हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको पहले ही कह चुका हूं कि कानूनी लड़ाई (अन्नाद्रमुक को वापस पाने की) जारी रहेगी।’’

दिनाकरण ने कहा कि अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम का लक्ष्य ही लोकतांत्रिक तरीके से अन्नाद्रमुक को प्राप्त करना था और ‘तियाग तलाइवी चिन्नामा’ (बलिदानी नेता, छोटी अम्मा) पार्टी को वापस पाने का कानूनी प्रयास जारी रखेंगी।

उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की सलाह के अनुसार, चेन्नई जाने से पहले वह यहीं रुकेंगी और एक सप्ताह आराम करेंगी।

अन्नाद्रमुक के सहायक समन्वयक के. पी. मुनुसामी ने ‘‘शशिकला के महासचिव होने’’ के दावे को खारिज किया। तमिलनाडु के कृष्णागिरि जिले में पत्रकारों से बातचीत में मुनुसामी ने कहा कि पार्टी तय कर चुकी है कि दिवंगत नेता ‘अम्मा’ (जयललिता) ही पार्टी की स्थाई महासचिव हो सकती थी और इस फैसले के मद्देनजर पार्टी के नियमों में संशोधन किया गया और संगठन में समन्वयक, सह-समन्वयक और उप समन्वयक का पद बनाया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘यह विचार की शशिकला महासचिव हैं, स्वार्थ में दिया गया बयान है। यह स्वीकार्य नहीं है।’’ उन्होंने शशिकला द्वारा कार पर अन्नाद्रमुक का झंडा लगाए जाने की आलोचना करते हुए कहा कि वह पार्टी का हिस्सा नहीं हैं।

अन्नाद्रमुक को वापस पाने के एएमएमके के दावे पर मुनुसामी ने कहा कि दिनाकरण ने पार्टी पर कब्जा करने का पूरा प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि ऐसे दावे हंसी का पात्र हैं और अम्मा ने दिनाकरण को करीब एक दशक पहले पार्टी से निकाल दिया था।

राजनीतिक विश्लेषक सुमंत रमण ने ट्वीट किया है, ‘‘शशिकला का अन्नाद्रमुक का झंडा लगे हुए कार में अस्पताल से बाहर आना, उनकी मंशा का स्पष्ट संदेश देता है।’’

अस्पताल से छुट्टी मिलने के तुरंत बाद शशिकला उत्तरी बेंगलुरु के दवनहाली स्थित नंदी हिल्स पहुंचीं।

शशिकला को न्यायिक हिरासत के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति के मामले में चार साल कैद की सजा काटने के बाद कारागार अधिकारियों ने शशिकला को 27 जनवरी को औपचारिक रूप से रिहा किया था।

स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि शशिकला चिकित्सकों की सलाह के अनुसार अस्पताल में थीं और जांच रिपोर्ट में उनके संक्रमणमुक्त होने की पुष्टि के बाद उन्हें रविवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

शशिकला जब अस्पताल से निकलीं, तो उनके समर्थकों की भीड़ ने उनका स्वागत किया।

पुलिस ने बताया कि इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 300 से अधिक पुलिकर्मी तैनात किए गए।

शशिकला की रिहाई ऐसे समय में हुई है, जब तमिलनाडु में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Sasikala discharged from hospital, indicated political battle with AIADMK

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे