रोजगार के लिए 'उत्तर भारत में योग्य युवाओं की कमी' वाले अपने बयान पर भारत सरकार में श्रम और रोजगार मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मेरे बयान को गलत अर्थ में लिया गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक गंगवार ने कहा 'मेरे बयान को गलत मतलब में लिया गया है, मैंने एक विशेष संदर्भ में यह बात कही थी। नौकरियों की कमी नहीं है। उत्तर भारत आने वाली कंपनियां और रिक्रूटर कहते हैं कि कुछ विशेष नौकरियों के लिए लोगों में जरूरी स्किल की कमी है।'
उन्होंने कहा 'मैंने जो कहा था, वह दूसरे परिप्रेक्ष्य में था। मैंने कहा था कि कुछ नौकरियों के लिए स्किल की कमी थी और सरकार ने इसी के लिए स्किल मिनिस्ट्री की शुरुआत की है ताकि बच्चों को नौकरियों के मुताबिक प्रशिक्षण दिया जा सके।'
केन्द्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने कहा है कि उत्तर भारत में नौकरी देने के लिये योग्य युवाओं की कमी है। विपक्ष ने गंगवार के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। गंगवार ने शनिवार को बरेली में संवाददाताओं से बातचीत में कहा 'देश में रोजगार की कमी नहीं है लेकिन उत्तर भारत में जो रिक्रूटमेंट करने आते हैं, इस बात का सवाल करते हैं कि जिस पद के लिए हम (कर्मचारी) रख रहे हैं उसकी क्वालिटी का व्यक्ति हमें कम मिलता है।'
उन्होंने कहा 'आजकल अखबारों में रोजगार की बात आ रही है। हम इसी मंत्रालय को देखने का काम करते हैं और रोज ही इसी का मंथन करने का काम करते है। बात हमारे समझ में आ गयी है। रोजगार दफ्तर के अलावा भी हमारा मंत्रालय इसको मॉनिटर कर रहा है।'
विपक्ष ने गंगवार को उनके इस बयान के लिए आड़े हाथों लिया। बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया, 'देश में छाई आर्थिक मंदी के बीच केंद्रीय मंत्रियों के अलग-अलग हास्यास्पद बयानों के बाद अब देश और खासकर उत्तर भारतीयों की बेरोजगारी दूर करने के बजाय यह कहना कि रोजगार की कमी नहीं, बल्कि योग्यता की कमी है, अति शर्मनाक है। इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।'
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी केन्द्रीय श्रम मंत्री के इस बयान का कड़ा विरोध किया। उन्होंने ट्वीट किया ‘‘मंत्री जी, पांच साल से ज्यादा वक्त से आपकी सरकार है। नौकरियां पैदा नहीं हुईं। जो नौकरियां थीं वो सरकार द्वारा लायी आर्थिक मंदी के चलते छिन रही हैं। नौजवान रास्ता देख रहे हैं कि सरकार कुछ अच्छा करे।’’ उन्होंने कहा ‘‘आप उत्तर भारतीयों का अपमान करके बच निकलना चाहते हैं। ये नहीं चलेगा।'