लाइव न्यूज़ :

शिवसेना नेता संजय राउत बोले- भगवान इंद्र का सिंहासन मिले तब भी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 22, 2019 10:34 IST

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे इसका पूरा ध्यान रख रहे हैं कि पार्टी में किसी भी तरह की फूट या धोखेबाजी न हो. उन्होंने शिवसेना के नवनिर्वाचित विधायकों को शुक्रवार, 22 नवंबर को 'मातोश्री' में बुलाया है.

Open in App
ठळक मुद्देपहले प्रस्ताव में शिवसेना को मुख्यमंत्री का पद और 14 मंत्री पद मिलेंगे. राकांपा को उपमुख्यमंत्री पद एवं 14 मंत्री पद मिलेंगे।

शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा है कि भगवान इंद्र का सिंहासन मिले तब भी शिवसेना भाजपा के साथ नहीं आएगी. जब राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है तो ऐसे में राज्यपाल से मिलने की क्या जरूरत है. 

राउत ने कहा है कि कौन मुख्यमंत्री होगा जल्द ही पता चलेगा, 5 साल शिवसेना का ही मुख्यमंत्री होगा. इसपर सभी की सहमति है, सभी की भावना है कि उद्धव ठाकरे सीएम बनें, उम्मीद है कि वो इस भावना का सम्मान करेंगे. शरद पवार ने सीएम के लिए मेरा नाम आगे नहीं बढ़ाया है, महाराष्ट्र की जनता की इच्छा है कि उद्धव ठाकरे सीएम बनें.

शिवसेना के विधायकों की बारात चली जयपुर!

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे इसका पूरा ध्यान रख रहे हैं कि पार्टी में किसी भी तरह की फूट या धोखेबाजी न हो. उन्होंने शिवसेना के नवनिर्वाचित विधायकों को शुक्रवार, 22 नवंबर को 'मातोश्री' में बुलाया है. सूत्रों का कहना है कि पहले बैठक होगी. उसके समाप्त होने के बाद शिवसेना के विधायकों और उसको समर्थन देने वाले 7 निर्दलीय विधायकों को कम से कम 4 से 5 दिनों के लिए जयपुर भेजा जा सकता है. इसीलिए इन सभी विधायकों को 4-5 दिनों के लिए कपड़े, पहचान पत्र, पैनकार्ड व आधारकार्ड लेकर मातोश्री आने का आदेश दिया गया है. एनसीपी-कांग्रेस देगी शिवसेना को दो प्रस्ताव

पहले प्रस्ताव में शिवसेना को मुख्यमंत्री का पद और 14 मंत्री पद मिलेंगे. राकांपा को उपमुख्यमंत्री पद एवं 14 मंत्री पद मिलेंगे। कांग्रेस को उपमुख्यमंत्री पद और 12 मंत्री पद मिलेंगे. दूसरे फार्मूले में मुख्यमंत्री पद शिवसेना को, कांग्रेस-राकांपा को एक-ए़क उपमुख्यमंत्री पद तथा तीनों दलों को 14-14 मंत्री पद मिलेंगे. अब आज उद्धव को इनमें से किसी एक फार्मूले पर मुहर लगानी होगी.

सूत्रों का कहना है कि अगर शिवसेना मंत्री पदों के बराबर बंटवारे से इनकार कर देती है, तो राकांपा गृह, वित्त, जबकि कांग्रेस राजस्व और ग्रामीण विकास जैसे मंत्रालय मांगेगी। हालांकि, शहरी विकास मंत्रालय तब भी शिवसेना को दिए जाने की पेशकश होगी.

टॅग्स :संजय राउतमहाराष्ट्रशिव सेनाराष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टीकांग्रेस
Open in App

संबंधित खबरें

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारतMCD Bypoll Results 2025: दिल्ली के सभी 12 वार्डों के रिजल्ट अनाउंस, 7 पर बीजेपी, 3 पर AAP, कांग्रेस ने 1 वार्ड जीता

भारतMCD by-elections Result: BJP ने चांदनी चौक और शालीमार बाग बी में मारी बाजी, कांग्रेस ने जीता संगम विहार ए वार्ड

भारत अधिक खबरें

भारतभाजपा के वरिष्ठ शाहनवाज हुसैन ने तेजस्वी यादव पर बोला तीखा हमला, कहा- नेता विपक्ष के नेता के लायक भी नहीं

भारतलालू यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव ने जमा किया ₹3 लाख 61 हजार रुपये का बिजली बिल, विभाग ने थमाया था नोटिस

भारतबिहार की राजधानी पटना से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर मोकामा में होगा श्री वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर का निर्माण, राज्य सरकार ने उपलब्ध कराई जमीन

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया पटना डेयरी प्रोजेक्ट, सुधा का निरीक्षण, एमडी शीर्षत कपिल अशोक ने दी डेयरी की उपलब्धि की जानकारी

भारतGoa Club Fire: गोवा समेत दुनिया भर में नाइट क्लब की आग में जली कई जिंदगियां, जानें