दिल्ली : कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है और देश में जरूरी मेडिकल आपूर्ति के लिए लोग भटक रहे हैं । ऐसे में भारत के सबसे पुराने मित्र रूस ने गुरूवार को 22 टन मेडिकल सामान देश के लिए भेजा है । इस बात की जानकारी भारत में रूस के राजदूत निकोले आर कुदाशेव ने अपने एक बयान में दी । कुदावेश के अनुसार रूसी विमान द्वारा भारत में 20 ऑक्सीजन उत्पादन इकाइयां, 75 वेंटिलेंटर और दवाओं के 2 लाख पैक भेजे गए हैं ।
रूस जल्द भेजेगा कोरोना वैक्सीन
कुदाशेव ने कहा कि रूस भारत की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है लेकिन कोरोना वायरस का प्रकोप देश में बढ़ता जा रहा है । कुदाशेव ने कहा कि हम भारत के साथ पारंपरिक और मैत्रीपूर्ण संबंधों के कारण उनके प्रति गहरी सहानभूति रखते हैं । उन्होंने कहा कि रूसी संघ ने दोनों देशों के बीच परस्पर विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त साझेदारी के तहत कोविड-19 के सहयोग के लिए रूस ने मानवीय सहायता भेजने का फैसला लिया । साथ ही रूसी राजदूत ने 1 मई से स्पुतनिक वैक्सीन की डिलीवरी और जल्द ही भारत में वैक्सीन को बनाने के लिए सुविधाजनक परिस्थितियों पर बात की ।
पीएम ने रूसी राष्ट्रपति का किया शुक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच फोन पर बात हुई । उसके बाद रूस ने भारत को राहत सामग्री भेजी । इसपर पीएम मोदी ने भी रूसी राष्ट्रपति का भारत की मदद करने के लिेए धन्यवाद किया ।रूस ने भारत को भेजा 22 टन मेजिकल समाना, कहा- 1 मई से होगी वैक्सीन की डिलवरी