मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर विरोध प्रदर्शन के दौरान एक प्रदर्शनकारी एक तख्ती थामे नजर आईं, जिस पर लिखा था 'फ्री कश्मीर'। इस मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि लोग पाबंदी से आजादी चाहते हैं। सोमवार को राउत ने कहा 'मैंने अखबार में पढ़ा कि 'फ्री कश्मीर' के बैनर रखने वालों ने स्पष्ट किया कि वे इंटरनेट सेवाओं, मोबाइल सेवाओं और अन्य मुद्दों पर प्रतिबंध से मुक्त होना चाहते हैं। साथ ही अगर कोई भारत से कश्मीर की आजादी की बात करता है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।' '
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) मामले को लेकर मुंबई में हुए विरोध प्रदर्शन पर सवाल उठाए हैं। मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर विरोध प्रदर्शन के दौरान एक प्रदर्शनकारी एक तख्ती थामे नजर आईं, जिस पर लिखा था "फ्री कश्मीर"।
देवेंद्र फड़नवीस ने ट्विटर पर सवाल किया, "आखिर विरोध वास्तव में किस लिए है?, "फ्री कश्मीर " के नारे क्यों? हम मुंबई में ऐसे अलगाववादी तत्वों को कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं? सीएमओ से 2 किमी पर आजादी गिरोह द्वारा फ्री कश्मीर के नारे कैसे लगाए जा रहे है? उद्धव जी क्या आप फ्री कश्मीर भारत विरोधी अभियान को अपनी नाक के नीचे बर्दाश्त करने वाले हैं?"
जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार शाम हुई हिंसा, तोड़फोड़ बाद कई जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। रविवार (5 जनवरी 2020) शाम को जेएनयू परिसर में नकाब लगाए लोगों ने हमला किया। हमले में जेएनयू के कई छात्र और शिक्षक घायल हुए। जेएनयू छात्र संघ ने एबीवीपी पर हमले का आरोप लगाया। हालांकि एबीवीपी ने आरोप से इनकार किया है। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग है कि नकाबपोश हमलावरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग हो रही है। मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है।