आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में सेना को लेकर एक बयान दिया है जिसके बाद से बवाल मच गया है। हाल ही में मोहन भागवत ने कहा है कि संघ एक सैनिक संगठन नहीं है लेकिन जरूरत पड़े तो स्वंयसेवक सेना से पहले तैयार हो जाएंगे। उनके इस बयान को विपक्ष के सेना का अपमान करार दिया है। जिसके बाद ये पूरा विपक्ष एक जुट होकर तीथी प्रतिक्रियाएं दे रहा है।
भागवत के इस बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने ट्वीट करके इस बयान का विरोध व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट करके लिखा है, 'आरएसएस चीफ का यह बयान हर भारतीय का अपमान है, क्योंकि उन्होंने देश के लिए जान देने वालों का असम्मान किया है. यह देश के झंडे का भी अपमान है, क्योंकि तिरंगे को सलाम करने वाले सैनिकों का अपमान किया गया है, भागवत को सेना और शहीदों का अपमान करने के लिए शर्म आनी चाहिए'।
गुजरात में बीजेपी पर लगातार निशाना साधने वाले हार्दित पटेल ने भी मोहन भागवत पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है, 'संघ प्रमुख अब हमारी सेना पर आक्षेप करते है,सेना को कमज़ोर बताने वाले मोहन भागवत से राष्ट्रभक्ति किसको सिखनी हैं, भक्त जवाब जरूर देना नहीं तो साहब तनख़्वाह काट लेंगे, सेना का अपमान करने वाले भागवत पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए’।
दिल्ली आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने ट्विटर पर भागवत के बयान को लेकर सवाल उठाए हैं। ट्वीट के जरिए उन्होंने लिखा है कि अगर ये बयान किसी दूसरी पार्टी के नेता ने दिया होता तो भाजपाई अब तक उसे पाकिस्तान भेज देते। मीडिया तो फांसी की सजा की मांग कर देता लेकिन बात भागवत की है, हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती।
इसी श्रेणी में आजम खान भी हैं जिन्होंने इस पर रोष व्यक्त किया है। आजम खान के बयान वाला वीडियो ईटीवी भारत यूपी नाम के यूट्यूब पेज पर शेयर किया गया है। करीब एक मिनट के वीडियो में आजम खान कहते दिख रहे हैं- ”मोहन भागवत का स्वागत करेंगे। बहुत अच्छी बात है। डबल आर्मी हो गई देश के पास। इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है। अब जो चीन ने जमीन हथिया रखी है, ये डबल आर्मी से चीन और पाकिस्तान दोनों से निपटने में बड़ी सहूलियत हो जाएगी।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दो ट्वीट करके इस बयान की आलोचना की है। उन्होंने कहा है,' मोहन भागवत में हिम्मत है तो डोक़लाम में भेज दे संघियों को। क्यों बिल में छुपे है? चीनी हमारे देश में घुसे हुए है। पाकिस्तानी प्रतिदिन हमला करते है। सेना और सैनिकों का अपमान बंद कर अपनी निक्कर गैंग को वहाँ भेजे। थूक के पकौड़े ना उतारे।
अपने दूसरे ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा है, 'किसी एक संघी का नाम बताओ जो सीमा पर शहीद हुआ हो या उसके परिवार से कोई शहीद हुआ हो। सेना का अपमान करना बंद करों। संघियों का देश को आज़ाद कराने में नहीं ग़ुलाम रखने में योगदान था।'