केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आज राहुरी में कृषि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रगान के दौरान अचानक चक्कर आने के बाद बेहोश होकर गिर पड़े. घटना के वक्त गडकरी के साथ खड़े राज्यपाल सी. विद्यासागर राव ने उन्हें संभाला और मौके पर मौजूद डॉक्टरों के दल ने तुरंत उनकी जांच की. गडकरी के रक्तचाप की जांच की गई और फिर वह अपनी कुर्सी पर लगभग 10 मिनट तक बैठे रहे. इसके बाद वे अपने वाहन तक चलकर गए और नजदीकी हेलिपैड की ओर रवाना हो गए.
घटना के कुछ देर बाद गडकरी ने ट्वीट किया, ''शरीर में शुगर का स्तर कम होने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हुई. चिकित्सकों ने मुझे देखा, अब ठीक हूं. शुभेच्छाओं के लिए आप सभी का धन्यवाद.'' बाद में पत्रकारों के साथ चर्चा में गडकरी ने बताया, ''कार्यक्रम के दौरान मुझे घुटन महसूस हुई. मैंने दीक्षांत समारोह का परिधान (कॉन्वोकेशन गाउन) पहन रखा था, इसलिए ऑक्सीजन कम मिल पा रही थी. कार्यक्रम स्थल पर पंडाल चारों ओर से बंद था, जिसके कारण हवा के आने-जाने की जगह नहीं थी.
यही वजह है कि मैं बेहोश होकर गिर पड़ा. अब मेरी सेहत ठीक है. रक्तचाप या रक्तशर्करा संबंधी कोई दिक्कत नहीं है.'' शाम को वे पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत अपने गृह नगर नागपुर पहुंच गए.
पूर्व सांसद विजय दर्डा ने जाना हालचाल घटना की जानकारी मिलते ही 'लोकमत' पत्रसमूह के एडिटोरियल बोर्ड के चेयरमैन एवं पूर्व सांसद विजय दर्डा ने फोन कर गडकरी का हालचाल जाना. दर्डा ने ट्वीट किया, ''अभी-अभी नितिन गडकरीजी से बात की. भगवान का शुक्र है, वे अब ठीक हैं. उन्होंने मुझे बताया कि जब भी वे कॉन्वोकेशन के परिधान पहनते हैं, उन्हें बेचैनी होने लगती है. उन्होंने यह भी बताया कि कार्यक्रम स्थल पर पंडाल चारों ओर से बंद था और इसके कारण भी घुटन हो रही थी. अब चिंता की कोई बात नहीं है. वे तंदुरुस्त और स्वस्थ हैं. ईश्वर उन्हें लंबी और स्वस्थ आयु प्रदान करे.''