राजस्थान में जिला परिषद, पंचायत समिति चुनाव के नतीजे कृषि सुधार कानूनों पर किसानों की मुहर : भाजपा
By भाषा | Updated: December 9, 2020 17:42 IST2020-12-09T17:42:22+5:302020-12-09T17:42:22+5:30

राजस्थान में जिला परिषद, पंचायत समिति चुनाव के नतीजे कृषि सुधार कानूनों पर किसानों की मुहर : भाजपा
नयी दिल्ली, नौ दिसंबर भाजपा ने राजस्थान में जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनावों में पार्टी को मिली सफलता को केंद्र सरकार के कृषि सुधार कानूनों पर किसानों की मुहर बताते हुए बुधवार को कहा कि इन कानूनों के बनने के बाद हुए विभिन्न चुनावों के नतीजे दर्शाते हैं कि मतदाता सभी जगह भाजपा के पक्ष में है चाहे वह दक्षिण हो या पूर्वोत्तर हो।
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने राजस्थान में पार्टी को मिली जीत के लिए क्षेत्र की जनता, खासकर किसानों व महिलाओं का आभार जताया और कहा कि यह जीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गांव, गरीब, किसान और मजदूर के विश्वास का प्रतीक है।
नड्डा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘राजस्थान में पंचायती राज और जिला परिषद चुनावों में प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र की जनता, किसानों व महिलाओं ने भाजपा में जो विश्वास प्रकट किया है, इसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। यह जीत गांव, गरीब, किसान और मजदूर के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में विश्वास का प्रतीक है।’’
बाद में पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कोरोना महामारी, वैश्विक आर्थिक संकट और कृषि सुधारों पर विपक्ष के दुष्प्रचार के बाद भी मतदाता सभी जगह भाजपा को पसंद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘राजस्थान में जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव में भाजपा को जीत मिली है। जिला परिषद के इन चुनावों में 2.5 करोड़ मतदाताओं में से अधिकतर किसान हैं। इसका मतलब है कि किसान राजस्थान में कृषि सुधारों के पक्ष में हैं।’’
जावड़ेकर ने कहा कि राजस्थान के चुनाव में इस बार हार जीत का अंतर बहुत ज्यादा रहा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अपने गृह क्षेत्र की दो पंचायत समिति हार गए। कांग्रेस नेता सचिन पायलट के गृह जिले टोंक में जिला परिषद भाजपा ने जीती है।
बिहार विधानसभा चुनाव, विभिन्न राज्यों में हुए उपचुनावों, हैदराबाद नगर निगम चुनावों और अरुणाचल प्रदेश में जिला पंचायतों और ग्राम पंचायतों के चुनावों में भाजपा की जीत का जिक्र करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि आने वाले समय के लिए यह शुभ संकेत है कि मतदाता सभी जगह भाजपा के पक्ष में है चाहे वह दक्षिण हो या पूर्वोत्तर हो।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस दिशा में आप जाएंगे, भाजपा ही भाजपा है। कोरोना महामारी, वैश्विक आर्थिक संकट और कृषि सुधारों पर विपक्ष के दुष्प्रचार के बाद भी मतदाता सभी जगह भाजपा को पसंद कर रहे हैं क्योंकि उन्हें विपक्षियों की नकारात्मक राजनीति पसंद नहीं है। लोग देश की तरक्की देखना चाहते हैं और तरक्की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में होगी, यह उनको विश्वास है।’’
कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में जावड़ेकर ने कहा कि सरकार खुले मन से किसानों के साथ चर्चा कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र में चर्चा के द्वारा ही समाधान होता है, यह हमारा विश्वास है और वैसा ही होगा, हमें पूरी उम्मीद है।’’
जावड़ेकर ने कहा कि नए कृषि सुधार कानूनों को लेकर किसानों के बीच जो भी गलतफहमी है, सरकार उन्हें दूर करेगी।
राजस्थान के 21 जिलों में 4371 पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव में भाजपा के 1835 उम्मीदवारों को जीत मिली वहीं कांग्रेस के 1718 उम्मीदवारों को सफलता हासिल हुई।
इसी तरह जिला परिषद सदस्यों के चुनाव में कांग्रेस 204, भाजपा 266 और आरएलपी पांच सीटों पर जीती हैं। कुल 636 जिला परिषद सदस्यों के लिए चुनाव हुए हैं।
राजस्थान के 21 जिलों में कुल 636 जिला परिषद सदस्यों और 4,371 पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव के लिए अजमेर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चुरू, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर, झालावाड़, झुंझुनू, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, टोंक और उदयपुर में मतदान चार चरणों में, 23 और 27 नवंबर और एक और पांच दिसंबर को हुआ था।
इन चुनावों के नतीजे ऐसे समय में आये हैं जब देश भर के कई किसान संगठन कृषि सुधार कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं और इन्हें रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं।
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