चिराग पासवान ने लालू यादव को कहा अभिभावक, जानें तेजस्वी और राजद गठबंधन पर क्या बोले
By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 3, 2021 21:13 IST2021-08-03T21:12:22+5:302021-08-03T21:13:28+5:30
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने शरद यादव से मंगलवार को मुलाकात की और दोनों नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर करीब एक घंटे तक बातचीत की।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी और लोजपा नेता के बीच गठबंधन की वकालत की।
पटनाः संकट में घिरे लोजपा नेता चिराग पासवान ने मंगलवार को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से मिले समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। अविभाजित लोजपा प्रमुख ने प्रसाद के सुझाव के बारे में सवालों को टाल दिया कि चिराग को अपने बेटे तेजस्वी यादव के साथ मिलकर काम करना चाहिए, जो राजद के उभरते सितारे के रूप में उभरे हैं।
पासवान और तेजस्वी यादव के बीच गठबंधन पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बयान पर लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा कि मैं उनकी भावनाओं का सम्मान करता हूं लेकिन मेरी प्राथमिकता 'आशीर्वाद यात्रा' और अपने संगठन को मजबूत बनाना है। बिहार या यूपी में गठबंधन पर कोई भी चर्चा चुनाव के करीब होगी।
I respect his feelings but my priority is the 'Ashirwad Yatra' and making my organisation strong. Any discussions on alliance in Bihar or UP will be done near elections: LJP leader Chirag Paswan on RJD chief Lalu Prasad Yadav's statement on alliance between Paswan & Tejaswi Yadav pic.twitter.com/0e3LNLcVjC
— ANI (@ANI) August 3, 2021
लालू जी के मेरे पिता और राजनीतिक गुरु रामविलास पासवान के साथ मधुर संबंध थे। चुनाव नजदीक है। मैं अपने नेतृत्व को भरोसा देने के लिए उनका धन्यवाद करता हूं। वह प्रसाद द्वारा की गई टिप्पणी के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे, जो इस साल की शुरुआत में जेल से रिहा होने के बाद से दिल्ली में हैं।
लालू प्रसाद यादव ने की शरद यादव से मुलाकात, चिराग पासवान का किया समर्थन
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने शरद यादव से मंगलवार को मुलाकात की और दोनों नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर करीब एक घंटे तक बातचीत की। राजद नेता ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि समाजवादी नेताओं शरद यादव, मुलायम सिंह यादव और उनकी खुद की अनुपस्थिति के कारण संसद में जनता से जुड़े मुद्दों की अनदेखी हो रही है।
उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) नेता चिराग पासवान का भी समर्थन किया और कहा कि विवादों के बावजूद युवा सांसद एक नेता के तौर पर उभर कर सामने आए हैं। पासवान हाल में पार्टी में उस वक्त कमजोर पड़ गए जब उनके चाचा पशुपति कुमार पारस की अगुवाई में पांच सांसद उनसे अलग हो गए। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी और लोजपा नेता के बीच गठबंधन की वकालत की। राजद प्रमुख के साथ पार्टी के सांसद प्रेम चंद गुप्ता और मीसा भारती मौजूद थीं।