विधानसभा से इस्तीफा, कर्नाटक सरकार से समर्थन वापस, एसआईटी ने बेग को नोटिस थमाया, पोंजी योजना का मामला
By भाषा | Updated: July 9, 2019 18:54 IST2019-07-09T18:54:29+5:302019-07-09T18:54:29+5:30
शिवाजीनगर से विधायक बेग के विधानसभा से इस्तीफा देने के कुछ घंटों के बाद यह घटनाक्रम हुआ। बेग को उनकी कथित पार्टी-विरोधी गतिविधियों के लिए कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था। एसआईटी के एक जांच अधिकारी ने कहा, ‘‘हां, हमने एक नोटिस दिया है।’’

बेग ने इन आरोपों को खंडन करते हुए इसे निराधार बताया था।
आईएमए समूह से जुड़े कथित पोंजी घोटाला मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मंगलवार को कांग्रेस विधायक रोशन बेग को एक नोटिस दिया और उनसे बृहस्पतिवार को उसके समक्ष पेश होने के लिए कहा।
शिवाजीनगर से विधायक बेग के विधानसभा से इस्तीफा देने के कुछ घंटों के बाद यह घटनाक्रम हुआ। बेग को उनकी कथित पार्टी-विरोधी गतिविधियों के लिए कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था। एसआईटी के एक जांच अधिकारी ने कहा, ‘‘हां, हमने एक नोटिस दिया है।’’
पोंजी योजना को चलाने वाला और आईएमए का मालिक मोहम्मद मंसूर खान फरार हो गया था। खान ने एक ऑडियो संदेश में बेग पर उससे 400 करोड़ रुपये लेने और इस धनराशि को वापस नहीं करने का आरोप लगाया था।
बेग ने इन आरोपों को खंडन करते हुए इसे निराधार बताया था। हजारों निवेशकों, ज्यादातर मुस्लिमों से करोड़ों रुपये की राशि ठगने वाला खान पिछले महीने फरार हो गया था। कर्नाटक के साथ-साथ आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और यहां तक कि दिल्ली के लोगों ने भी इनके जाल में फंसकर इस पोंजी योजना में अपनी धनराशि निवेश कर दी थी।
एसआईटी ने इस घोटाले के संबंध में बेंगलुरु शहरी जिले के उपायुक्त बी एम विजय शंकर और बेंगलुरु उत्तर उप-मंडल के सहायक आयुक्त एल सी नागराज समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।