उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस साल सर्वधर्म समभाव की थीम पर देश की राजधानी में झांकी निकाली। झांकी में काशी के घाट व गंगा की निर्मल धारा और बाराबंकी के देवा शरीफ के सूफियाना अंदाज का बेहद खास रहा। देवा शरीफ की बात करें तो इसका संबंध वारिश अली शाह दरगाह से है। दरअसल, झांकी से सर्वधर्म समभाव का संदेश देने का प्रयास रहा। झांकी के अगले भाग में शास्त्रीय संगीत से जुड़े वाद्य-यंत्रों को प्रदर्शित किया गया।
काशी की संगीत परंपरा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाले प्रख्यात शहनाई वादक भारत रत्न उस्ताद बिसमिल्ला खां, तबला सम्राट पंडित सामता प्रसाद (गुदई महाराज) और स्वर सम्राज्ञी गिरिजा देवी की प्रतिकृतियां भी प्रदर्शित की गईं। इसके अलावा काशी की संत परंपरा को विशिष्ट पहचान देने वाले संत कबीर और संत रविदास की प्रतिकृतियां भी रहीं।
दिल्ली के राजपथ पर होने वाले RepublicDay परेड में जम्मू-कश्मीर की झांकी दिखाई गईं। इस साल कश्मीर की झांकी काफी अलग व खास है। इस साल कश्मीर सरकार की झांकी "बैक टू विलेज" थीम झांकी का विषय है।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की झांकी खास अंदाज में नजर आई। इस बार गणतंत्र दिवस पर जम्मू-कश्मीर की झांकी ‘चलो गांव की ओर’ का संदेश देती नजर आई। सरकार ने जम्मू-कश्मीर में ‘बैक टू विलेज’ कार्यक्रम को गणतंत्र दिवस परेड की झांकी में शामिल किया। इस झांकी में कश्मीरी पंडितों की वापसी का संदेश भी शामिल है।
इस मौके पर राजपथ पर कई सारे राज्यों की झांकी दिखाई गईं। राजस्थान की झांकी को भी लोगों ने खूब पसंद किया। इसकी वजह यह रही कि इस साल राजस्थान सरकार ने अपने यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जयपुर के सांस्कृत व ऐतिहासिक विरासत को दिखाने का प्रयास किया। राजस्थान की झांकी में शहर के भव्य पुराने इमारतों को दिखाया गया है।
बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर पूर्व पीएम डॉक्टर मनमोहन सिंह व उनकी पत्नी गुरशरण कौर भी राजपथ पर मौजूद हैं। इसके अलावा, भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी वहां मौजूद हैं। अभी से कुछ समय पहले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर पीएम मोदी ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उनके साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, आर्मी चीफ जनरल नरवने, नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह, एयरफोर्स चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदुरिया मौजूद रहे। वहां उनकी अगवानी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने की।