ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर मेसियस बोलसोनारो भारत के 71वें गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे। वो शुक्रवार को चार दिवसीय राजकीय यात्रा पर नयी दिल्ली पहुंचे। राष्ट्रपति बोलसोनारो की शख्सियत काफी विवादित रही है। वो महिलाओं पर अपने तीखे बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं। जेयर धुर दक्षिणपंथी नेता हैं जिन्हें राष्ट्रवाद के मुद्दे पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। आइए जानते हैं गणतंत्र दिवस परेड पर आमंत्रित भारत के मुख्य अतिथि के बारे में कुछ बातें...
- बोलसोनारो ब्राजीली सेना के कैप्टन रह चुके हैं। सर्विस के दौरान उनपर मिलिट्री यूनिट्स में बम प्लांट करने का आरोप लगा लेकिन बाद में उन्हें इस मामले में निर्दोष पाया गया।
- बोलसोनारो ने साल 2015 में एक इंटरव्यू में कहा था कि महिलाओं और पुरुषों को समान वेतन नहीं मिलना चाहिए क्योंकि महिलाएं गर्भवती हो जाती हैं जिससे काम पर असर पड़ता है।
- बोलसोनारो ने एक बहस के दौरान ह्यूमन राइट मिनिस्टर मारिया डो रोजारियो को प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वो इतनी भद्दी हैं कि रेप के लायक नहीं हैं। उनके इस बयान पर पूरे ब्राजील में उग्र प्रदर्शन हुए। कोर्ट से उन्हें सजा भी मिली।
- समलैंगिकों पर भी बोलसोनारो दकियानूसी सोच रखते हैं। उन्होंने एक बयान में कहा था कि अगर मेरा बेटा गे होता तो मैं उससे प्यार नहीं करता।
इससे पहले 1996 और 2004 में हमारे गणतंत्र दिवस परेड में ब्राजील के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि रह चुके हैं। इस राजकीय यात्रा में ब्राजील के राष्ट्रपति के साथ आठ मंत्री, चार सांसद, ब्राजील की संसद में ब्राजील-भारत मैत्री समूह के अध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी और एक बड़ा व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी दौरे पर आया है। इससे पहले ब्राजील के किसी राष्ट्रपति की पिछली भारत यात्रा अक्टूबर 2016 में राष्ट्रपति मिशेल टेमर द्वारा गोवा में आठवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी। यह राष्ट्रपति बोलसोनारो का भारत का पहला राजकीय दौरा है।
25 जनवरी को राष्ट्रपति बोलसोनारो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेंगे जो उनके सम्मान में एक भोज की मेजबानी करेंगे। वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से वार्ता करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और ब्राजील एक घनिष्ठ और बहुआयामी संबंध साझा करते हैं।