कृषि कानूनों को निरस्त करने को प्रधानमंत्री के तोहफे के तौर पर देखना चाहिए : दुष्यंत चौटाला

By भाषा | Updated: November 19, 2021 11:14 IST2021-11-19T11:14:49+5:302021-11-19T11:14:49+5:30

Repeal of agricultural laws should be seen as a gift from the Prime Minister: Dushyant Chautala | कृषि कानूनों को निरस्त करने को प्रधानमंत्री के तोहफे के तौर पर देखना चाहिए : दुष्यंत चौटाला

कृषि कानूनों को निरस्त करने को प्रधानमंत्री के तोहफे के तौर पर देखना चाहिए : दुष्यंत चौटाला

नयी दिल्ली, 19 नवंबर हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को कहा कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के फैसले को प्रधानमंत्री की ओर से प्रदर्शनरत किसानों को दिए गए तोहफे के तौर पर देखा जाना चाहिए।

उन्होंने प्रदर्शनरत किसानों से अपने घर लौटने की भी अपील की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु पर्व पर राष्ट्र को दिए संबोधन में ऐलान किया कि संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में कृषि कानूनों को निरस्त किया जाएगा।

भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल जननायक जनता पार्टी के नेता चौटाला ने इस कदम का स्वागत करते हुए ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘कृषि कानूनों को निरस्त करने को गुरु पर्व पर प्रधानमंत्री की ओर से प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिए गए तोहफे के तौर पर देखना चाहिए। मैं सभी प्रदर्शनरत किसानों से अपने घर लौटने और अपने परिवारों के साथ गुरु पर्व मनाने की अपील करता हूं।

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Web Title: Repeal of agricultural laws should be seen as a gift from the Prime Minister: Dushyant Chautala

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