मुजफ्फरनगर, तीन अप्रैल वर्ष 1995 में अपहरण और बलात्कार के एक मामले में दोषसिद्ध के बाद सजा सुनाए जाने से एक दिन पहले फरार हुए एक व्यक्ति को यहां शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि 25 साल पहले बलात्कार के एक मामले में शाहिद हसन को अदालत ने दोषी ठहराया था, लेकिन सजा सुनाए जाने से पहले वह लापता हो गया था।
उन्होंने कहा कि हसन के प्रत्येक साथी को उसी मामले में दस-दस साल कैद की सजा सुनाई गई थी लेकिन वह भाग निकला था।
कानून के एक प्रावधान के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति के बारे में सात साल तक कोई सूचना नहीं मिलती तो उसे मृत मान लिया जाता है।
इस प्रावधान के बारे में पूछे जाने पर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “उस व्यक्ति को अदालत द्वारा दोषी करार दिया गया था।”
उन्होंने कहा कि अदालत ने उसे अपराधी घोषित करने के बाद उसकी संपत्ति जब्त कर ली थी और उक्त व्यक्ति को मृत घोषित करने के लिए उसके परिवार के किसी सदस्य ने अदालत का रुख नहीं किया।
अधिकारी ने कहा कि उक्त कानूनी प्रावधान इस मामले पर लागू नहीं होता।
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