केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने महाराष्ट्र में देवेंद्र फड़नवीस के मुख्यमंत्री और अजित पवार के उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद शिवसेना पर तंज भरा ट्वीट किया। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने लिखा, ''सड़क पर वही जानवर मरता है जो निर्णय नहीं लेता है कि दाएं जाएं या बाएं जाएं।'' देवेंद्र फड़नवीस और अजित पवार दोनों नेताओं ने आज सुबह राज भवन में शपथ ली।
रामविलास पासवान ने यह ट्वीट शिवसेना के पिछले दिनों की राजनीतिक गतिविधियों को देखते हुए किया है। बता दें कि महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन में शिवसेना ने चुनाव लड़ा था। लेकिन नतीजों के बाद शिवसेना ने बीजेपी से 50-50 फॉर्मूल की बात की ओर दोनों पार्टियां का एकमत नहीं हो पाया।
पिछले महीने हुए विधानसभा चुनाव में कुल 288 सदस्यीय सदन में से बीजेपी के हिस्से में 105 सीटें आयी थीं जबकि शिवसेना को 56, राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं। सत्ता में साझेदारी को लेकर नाराज शिवसेना ने बीजेपी के बिना राकांपा-कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने का प्रयास किया।
भाजपा के साथ सरकार बनाने का अजित पवार का व्यक्तिगत फैसला है: शरद पवार
महाराष्ट्र में नाटकीय घटनाक्रम के तहत देवेंद्र फड़नवीस के मुख्यमंत्री और अजित पवार के उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने पर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि यह अजित पवार का निजी फैसला है, न कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का। शरद पवार ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा को समर्थन देने का अजित पवार का फैसला उनका व्यक्तिगत निर्णय है। यह राकांपा का फैसला नहीं है। हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हम इस फैसले का समर्थन नहीं करते।’’
देवेंद्र फड़नवीस सीएम और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री की शपथ ली
महाराष्ट्र में अजित पवार के समर्थन से मुख्यमंत्री के तौर पर एक बार फिर भाजपा के देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राकांपा नेता अजित पवार ने यहां राज भवन में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सुबह एक समारोह में दोनों को शपथ दिलायी जहां केवल आधिकारिक मीडिया ही मौजूद रही।
फड़नवीस ने कहा, ''लोगों ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया था लेकिन शिवसेना ने नतीजों के बाद अन्य दलों के साथ गठबंधन करने की कोशिश की जिसके बाद राष्ट्रपति शासन लगा। महाराष्ट्र को स्थायी सरकार की जरूरत है न कि ‘खिचड़ी’ सरकार की।''
उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा, ''24 अक्टूबर को नतीजे आने से लेकर अब तक कोई पार्टी सरकार नहीं बना पा रही थी। महाराष्ट्र में किसानों के मुद्दों समेत कई दिक्कतें थी इसलिए हमने एक स्थायी सरकार बनाने का फैसला किया।''