Rajya Sabha polls: झारखंड में राज्यसभा चुनाव को लेकर आज झामुमो की प्रत्याशी महुआ माजी के नामांकन दाखिले की प्रक्रिया के बीच कांग्रेस की नाराजगी सामने आ रही है. कांग्रेस ने यह तय किया है कि वह राज्यसभा चुनाव में अब प्रत्याशी नहीं देगी.
झामुमो की ओर से महुआ माजी को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद कांग्रेस को जीत के लिए निर्धारित संख्या नहीं मिलने की संभावना को देखते हुए प्रत्याशी नहीं उताने का निर्णय लिया लेना पड़ा. ऐसे में कांग्रेस के कुछ विधायक मोर्चा के इस कदम से इस कदर नाराज हैं कि वे सरकार से हटने तक की बात कर रहे हैं.
वहीं कुछ विधायक पहले से ही मुख्यमंत्री के सीधे संपर्क में रहते आ रहे हैं और उन्हें कांग्रेस से बेहतर विकल्प झारखंड मुक्ति मोर्चा में दिख रहा है. ऐसे विधायकों के कारण पार्टी की फजीहत भी हो सकती है और इसी फजीहत से बचाने के लिए अविनाश पांडेय को आलाकमान ने रांची में कैम्प करने का निर्देश दिया है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय आज रांची आ रहे हैं. उनकी मुलाकात कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ हुई है. वहीं, कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने राज्यसभा उम्मीदवार उतारने पर झामुमो की कड़े शब्दों में आलोचना की है.
उन्होंने कहा कि नामांकन पर झामुमो का एकतरफा फैसला एक कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में मेरे लिए बेहद निराशाजनक है. अंबा प्रसाद ने अपने ट्वीट में कहा है कि झामुमो का राज्यसभा प्रत्याशी का नाम जारी करना मेरे लिए एक कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में निराशाजनक है. उन्होंने कहा कि वे (झामुमो) कुछ और पर सहमत हुए और यहां कुछ और तय किया.
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मुझे उम्मीद है कि मतभेद सुलझ जायेंगे ताकि यह हमारे राज्य को प्रभावित न करे. विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि इससे हम लोगों का दिल टूटा है. कांग्रेस के सभी विधायक नाराज हैं. विधायकों का आक्रोश देख कर कांग्रेस प्रभारी ने बैठक स्थगित कर एक-एक कर विधायकों से मिलना शुरू किया.
वे पार्टी के आला नेताओं और विधायकों के साथ बैठक करेंगे. इसके बाद अपना निर्णय देंगे. जहां तक झामुमो प्रत्याशी के नामांकन में कांग्रेस नेताओं के जाने का सवाल है तो इस पर कांग्रेस प्रभारी के आने के बाद निर्णय होगा. महुआ माजी को प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध या समर्थन नहीं है. यह झामुमो का फैसला है. गठबंधन में जब घटक दल होते हैं तो मिलकर निर्णय लिया जाता है.
इसबीच, राज्यसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां जोड़-घटाव में जुट गई है. 81 विधानसभा सीटों वाली झारखंड विधानसभा में सत्ता पक्ष के पास पहले 49 विधायक थे. लेकिन, कांग्रेस के बंधु तिर्की की विधायकी खत्म होने के अब सत्ता पक्ष के पास 48 विधायक हैं.
वहीं, बाबूलाल मरांडी को मिलाकर भाजपा के 26 विधायक हैं. इसके अलावा आजसू के दो विधायक हैं. राज्य में विधायकों की संख्या इस प्रकात है- झामुमो-30, कांग्रेस- 17, राजद- 01, भाजपा- 26, आजसू- 02, एनसीपी- 01, निर्दलीय- 02 और माले के 01 विधायक हैं. यहां बता दें कि झारखंड में राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन का अंतिम दिन है.
यहां से राज्यसभा की दो सीटों के लिए भाजपा प्रत्याशी आदित्य साहू ने भी नामांकन कर दिया है. नामांकन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी 01 जून, 2022 को की जायेगी. उम्मीदवार 03 जून, 2022 तक नाम वापसी कर सकेंगे. मतदान 10 जून, 2022 को होगा. वहीं मतगणना उसी दिन (10 जून) शाम 5 बजे से की जायेगी.