Rajya Sabha Election 2022: कांग्रेस के 108 विधायकों के बाद बीजेपी के 71 MLA रिजॉर्ट में, 10 जून के राज्यसभा चुनाव, चार सीट और 5 प्रत्याशी, जानें आंकड़े
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 6, 2022 19:26 IST2022-06-06T19:25:45+5:302022-06-06T19:26:50+5:30
Rajya Sabha Election 2022: राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और रणदीप सिंह सुरजेवाला को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवारी को उम्मीदवार बनाया है।

सत्तारूढ़ कांग्रेस के नेताओं को उम्मीद है कि सरकार का समर्थन कर रहे अन्य दलों के विधायकों एवं निर्दलीय विधायकों के समर्थन से वह तीसरी सीट जीत जाएगी।
Rajya Sabha Election 2022: राजस्थान में राज्यसभा की चार सीट के लिए 10 जून को होने वाले चुनाव से पहले कांग्रेस की तर्ज पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी अपने विधायकों को ‘‘प्रशिक्षण शिविर’’ के लिए यहां एक रिजॉर्ट में रखेगी।
पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि अधिकतर विधायकों को जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर जामडोल के एक रिजॉर्ट में दो बसों में ले जाया गया, जबकि कुछ विधायक अपने आप पहुंचे। उन्होंने कहा कि लगभग 60 विधायक ‘‘प्रशिक्षण शिविर’’ के लिये रिजॉर्ट में पहुंच गये हैं। सभी विधायक पार्टी मुख्यालय पहुंचे जहां से उन्हें रिजॉर्ट ले जाया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि पार्टी प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर रही है, जिसके लिए विधायकों को रिजॉर्ट में ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिविर में विधायकों को राज्यसभा चुनाव संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले कांग्रेस ने अपने विधायकों और उसका समर्थन कर रहे कई निर्दलीय विधायकों को उदयपुर के एक होटल में रखा है।
राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और रणदीप सिंह सुरजेवाला को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवारी को उम्मीदवार बनाया है। मीडिया कारोबारी सुभाष चंद्रा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है और भाजपा उनका समर्थन कर रही है।
संख्या बल के हिसाब से राजस्थान की 200 सीट वाली विधानसभा में कांग्रेस अपने 108 विधायकों के साथ दो सीट और भाजपा 71 विधायकों के साथ एक सीट आराम से जीत सकती है। दो सीट के बाद कांग्रेस के पास 26 अधिशेष और एक सीट जीतने के बाद भाजपा के पास 30 अधिशेष वोट होंगे।
एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 41 वोट चाहिए। सत्तारूढ़ कांग्रेस के नेताओं को उम्मीद है कि सरकार का समर्थन कर रहे अन्य दलों के विधायकों एवं निर्दलीय विधायकों के समर्थन से वह तीसरी सीट जीत जाएगी।