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चीन के रक्षा मंत्री से आज रात 9.30 बजे मिलेंगे राजनाथ सिंह, ड्रैगन ने भेजा था मुलाकात का न्योता

By अनुराग आनंद | Updated: September 4, 2020 20:43 IST

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी समकक्ष वेई फेंघे एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिये शुक्रवार को मास्को में हैं।

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ठळक मुद्देपूर्वी लद्दाख में कई जगह भारत और चीन की सेनाओं के बीच गतिरोध जारी है।तनाव तब और बढ़ गया था जब पांच दिन पहले पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर चीनी सेना ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जे का असफल प्रयास किया।चीन की इस हिमाकत के बाद भारत ने संवेदनशील क्षेत्र में अतिरिक्त जवानों और हथियारों को तैनात किया है।

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में बढ़ते तनाव के बीच शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की मंत्रीस्तरीय बैठक के इतर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार रात 9.30 बजे अपने चीनी समकक्ष वेई फेंघे से बातचीत करेंगे। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी। मई की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद के बाद दोनों पक्षों के बीच यह पहली उच्चस्तरीय बैठक होगी। 

हालांकि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विवाद को लेकर अपने चीनी समकक्ष वांग यी से टेलीफोन पर बातचीत की थी। राजनाथ सिंह और वेई एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिये शुक्रवार को मास्को में हैं।

चीनी रक्षा मंत्री की तरफ से किया गया है अनुरोध-

सूत्रों ने कहा कि इस बैठक के लिये चीनी रक्षा मंत्री की तरफ से अनुरोध किया गया है। एक सूत्र ने कहा, “बैठक होने की संभावना है।” पूर्वी लद्दाख में कई जगह भारत और चीन की सेनाओं के बीच गतिरोध जारी है। तनाव तब और बढ़ गया था जब पांच दिन पहले पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर चीनी सेना ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जे का असफल प्रयास किया वह भी तब जब दोनों पक्ष कूटनीतिक और सैन्य बातचीच के जरिये विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। 

भारत पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर सामरिक रूप से महत्वपूर्ण ऊंचाई वाले इलाकों पर मुस्तैद है और चीन की किसी कार्रवाई को नाकाम करने के लिये ‘फिंगर-2’ और ‘फिंगर-3’ में अपनी मौजूदगी और मजबूत की है। चीन ने भारत के कदम का कड़ा विरोध किया है।

चीन की इस हिमाकत के बाद भारत ने संवेदनशील क्षेत्र में अतिरिक्त जवानों और हथियारों को तैनात किया है। सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे भी फिलहाल दो दिन के लद्दाख दौरे पर हैं।

राजनाथ सिंह ने रूस के अधिकारी को हैंडशेक के बजाय किया नमस्कार-  

बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इन दिनों महत्वपूर्ण शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के लिए रूस में हैं। इस दौरान राजनाथ सिंह रूस के अधिकारी से जब मिल रहे थे तो एक अधिकारी ने हैंडशेक के लिए हाथ आगे बढ़ाया, तभी राजनाथ सिंह ने अपने हाथों को मोड़ लिया और पारंपरिक भारतीय "नमस्ते" कहकर शीर्ष रूसी अधिकारियों का अभिवादन किया। 

आज एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में लिया हिस्सा-

अधिकारियों ने बताया कि चार सितम्बर (आज) यहां होने वाली एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के अलावा सिंह अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगू और कई अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय सैन्य सहयोग बढ़ाने को लेकर बातचीत किया। चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंघे और पाकिस्तानी रक्षा मंत्री परवेज खटक भी एससीओ की बैठक में हिस्सा ले रहे हैं।

रक्षा मंत्री की यह यात्रा रूस में बहुपक्षीय युद्ध अभ्यास में हिस्सा लेने से भारत के पीछे हटने के कुछ दिन बाद हो रही है जिसमें चीनी और पाकिस्तानी सैनिकों के भी हिस्सा लेने की उम्मीद है। एससीओ बैठक के इतर सिंह और वेई के बीच द्विपक्षीय बैठक की संभावना के बारे में पूछे जाने पर सूत्रों ने कहा कि ऐसी योजना की फिलहाल खबर है।  

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