कर्नाटक में सियासी संकट के बीच बेंगलुरु में आज (9 जुलाई) कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक से 21 कांग्रेस विधायक गायब रहे। कहा जा रहा है कि बागी विधायकों को अंडरग्राउंड किया गया है। उधर विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने बागी विधायकों को कार्यालय आकर इस्तीफा सौंपने को कहा।कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बागी विधायकों को चेतावनी दी है कि वो वापस लौट आएं अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे।
कर्नाटक में सियासी संकट का मसला आज फिर लोकसभा में भी उठा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा, "कर्नाटक में जो कुछ हो रहा है, वह कांग्रेस के अपने घर का मामला है, लेकिन ये अपने घर को संभाल नहीं पा रहे हैं, बल्कि संसद के इस निचले सदन को डिस्टर्ब करने की कोशिश कर रहे हैं।"
वहीं, सिद्धारमैया ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी की आदत है सरकार को अस्थिर करने की। यह अलोकतांत्रिक है, लोगों ने बीजेपी को सरकार बनाने के लिए जनमत नहीं दिया है। लोगों ने हमें ज्यादा वोट दिया है। कांग्रेस और जेडीएस मिलकर 57 फीसदी वोट लेकर आएं हैं।
सिद्धारमैया ने कहा, कांग्रेस बीजेपी के साथ मिलने वालों की सदस्यता पार्टी विरोधी गतिविधि के लिए रद्द करवाएगी। हम स्पीकर को इनकी सदस्यता रद्द करने के लिए कहेंगे। सिद्धारमैया का कहना है कि बीजेपी पैसा, पद और मंत्रिपद की पेशकश दे रहे हैं।"
कर्नाटक में कांग्रेस और जदएस गठबंधन वाली 13 माह पुरानी सरकार को बचाने की जद्दोजहद के तहत दोनों दलों के मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है।