राजस्थान के 49 नगर निकायों में 2000 से अधिक पार्षदों पदों के लिए हुए मतदान का परिणाम मंगलवार (19 नवंबर) को जारी किए गए हैं। इस बीच प्रदेश की सत्ता पर काबिज कांग्रेस ने अपने दमखम दिखाते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को शिकस्त दी है। कांग्रेस ने 961 सीटों पर जीत दर्ज की है।
कांग्रेस का कई प्रमुख जगहों पर उसका बोर्ड बनना तय है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे उनकी सरकार के काम पर जनादेश बताया है। राज्य निर्वाचन विभाग की वेबसाइट के अनुसार परिणाम आने के बाद सभी 2,105 वार्डों में स्थिति साफ हो गयी है। इन परिणाम के अनुसार कुल मिलाकर बात की जाए तो कांग्रेस के 961, भाजपा के 737, बसपा के 16, माकपा के तीन, एनसीपी के दो प्रत्याशी जीते हैं।
परिणामों में रोचक बात यह है कि 386 वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है जो कई जगह बोर्ड बनाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। मुख्यमंत्री गहलोत ने निकाय चुनाव में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन को सरकार के काम पर जनादेश बताया है।
इन 49 निकायों में कुल 2105 वार्डों में चुनाव होना था जिनमें से 14 वार्डों में पार्षद निर्विरोध चुने जा चुके हैं। बाकी 2081 वार्ड में 7942 उम्मीदवार अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे थे, जिनमें 2832 महिलाएं व 5109 पुरुष प्रत्याशी शामिल थे। पार्षद चुने जाने के बाद तय कार्यक्रम के अनुसार नगर निकायों में अध्यक्ष का चुनाव 26 नवंबर व उपाध्यक्ष का 27 नवंबर को करवाया जाएगा।
राज्य निर्वाचन विभाग के सभी निर्धारित केन्द्रों पर मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हो गई। इसके लिए सुरक्षा व अन्य बंदोबस्त किए गए। इस बीच कांग्रेस और बीजेपी ने प्रमुख निकायों में अपने-अपने वार्ड पार्षद प्रत्याशियों को इकट्ठा कर किसी होटल, रेसार्ट या अन्य स्थान पर भेज दिया था।(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)