राजस्थान चुनावः कौन लगा पाएगा सत्ता का शतक, बीजेपी या कांग्रेस?
By प्रदीप द्विवेदी | Updated: December 8, 2018 09:07 IST2018-12-08T09:07:57+5:302018-12-08T09:07:57+5:30
राजस्थान विधान सभा चुनाव: अलवर जिले के रामगढ़ विस क्षेत्र में बसपा उम्मीदवार के निधन के कारण एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था।

राजस्थान चुनावः कौन लगा पाएगा सत्ता का शतक, बीजेपी या कांग्रेस?
राजस्थान विस की 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीटों के लिए मतदान जारी है और मतदान का समय समाप्त होने से कुछ समय पहले तक प्रदेश में 60 प्रतिशत मतदान का आंकड़ा पार हो चुका था। अलवर जिले के रामगढ़ विस क्षेत्र में बसपा उम्मीदवार के निधन के कारण एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस बार सत्ता का शतक कौन लगा पाएगा
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस बार सत्ता का शतक कौन लगा पाएगा। क्योंकि 199 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं, इसलिए जिसके पास भी 100 सीटें होंगी, राजस्थान की सत्ता पर उसका कब्जा होगा!
सवेरे मतदान शुरू होने के बाद कुछ मतदान केन्द्रों पर ईवीएम में खराबी की शिकायतें हुई थी, जिसके कारण मतदान में रूकावट आई थी, लेकिन ईवीएम सुधार कर, बदल कर मतदान जारी रखा गया। इसी तरह कुछ केन्द्रो पर आपसी झड़प की खबरें थी, लेकिन मतदान का समय समाप्त होने से कुछ समय पहले तक मतदान का प्रतिशत 60 पार हो चुका था।
राजस्थान में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच
राजस्थान में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है और एक सौ से ज्यादा सीटों पर इन दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों में ही सीधी टक्कर नजर आ रही है। करीब एक चौथाई सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है जहां चालीस से ज्यादा सीटों पर दोनों दलों के बागी उम्मीदवारों ने मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। राजस्थान में कई सीटों के नतीजे प्रदेश की राजनीतिक दिशा तय करेंगे और इसीलिए करीब एक दर्जन सीटों पर सबकी नजर हैं।
झालरापाटन से भाजपा की उम्मीदवार सीएम वसुंधरा राजे और कांग्रेस के मानवेन्द्र सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में टोंक से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट, सरदारपुरा से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उदयपुर से पूर्व केन्द्रीय मंत्री गिरिजा व्यास, सरदार शहर से भंवरलाल शर्मा, नाथद्वारा से सीपी जोशी, बागीदौरा से पूर्व मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया, केकड़ी से रघु शर्मा, बीकानेर पश्चिम से बीडी कल्ला आदि चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा में उदयपुर से प्रदेश के गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया, टोंक से भाजपा के एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार यूनुस खान, बाड़मेर विस सीट से भाजपा सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी, आदर्श नगर से पूर्व भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी, अजमेर से वासुदेव देवनानी, सपोटरा से गोलमा देवी, बीकानेर पश्चिम से गोपाल जोशी आदि किस्मत आजमा रहे हैं।
श्रीगंगानगर से कामिनी जिंदल विधायक हैं और इस बार के चुनाव में भी किस्मत आजमा रही हैं। कामिनी जिंदल के नाम राजस्थान की सबसे युवा विधायक होने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। वे नेशनल यूनियनिस्ट जमींदारा पार्टी के अध्यक्ष बीडी अग्रवाल की बेटी हैं।जहां सागानेर से भावापा के अध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी चुनाव लड़ रहे हैं वहीं खींवसर से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से हनुमान बेनीवाल चुनावी मैदान में हैं। इस बार के चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण हैं कि इनके नतीजे राजस्थान की राजनीतिक दिशा तो तय करेंगे ही आनेवाले लोकसभा चुनाव की भूमिका भी लिखेंगे!