Rajasthan CM: राजस्थान में राजनीतिक संकट खत्म नहीं!, केसी वेणुगोपाल ने कहा- सोनिया गांधी सीएम पद के बारे में एक या दो दिन में फैसला लेंगी...
By सतीश कुमार सिंह | Updated: September 29, 2022 17:49 IST2022-09-29T17:43:27+5:302022-09-29T17:49:48+5:30
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक नहीं हो पाने और संबंधित घटनाक्रम के लिए बृहस्पतिवार को सोनिया गांधी से माफी मांगी और कहा कि वह अब अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे।

सोनिया गांधी राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के बारे में एक या दो दिन में फैसला करेंगी।
नई दिल्लीः राजस्थान में राजनीतिक संकट खत्म नहीं हुआ है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज सोनिया गांधी से मुलाकात की। केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सोनिया गांधी राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के बारे में एक या दो दिन में फैसला करेंगी। गहलोत ने कहा कि हमने सोनिया गांधी से माफी मांग ली है।
सचिन पायलट भी दिल्ली में हैं। वह भी जल्द सोनिया से मुलाकात करेंगे। गहलोत ने कहा कि मैं कोच्चि में राहुल गांधी से मिला और उनसे कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ने का अनुरोध किया। जब उन्होंने स्वीकार नहीं किया तो मैंने कहा कि मैं चुनाव लड़ूंगा लेकिन अब उस घटना (राजस्थान राजनीतिक संकट) के बाद मैंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
Decision on Rajasthan CM will be taken by Cong president Sonia Gandhi in a day or two: K C Venugopal
— Press Trust of India (@PTI_News) September 29, 2022
सोनिया गांधी के आवास ‘10 जनपथ’ पर उनसे मुलाकात के बाद गहलोत ने यह भी कहा कि उनके मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के बारे में फैसला सोनिया गांधी करेंगी। पार्टी की राजस्थान इकाई में संकट पैदा होने के बाद गहलोत पहली बार दिल्ली पहुंचे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पिछले 50 वर्षों से कांग्रेस का वफादार सिपाही रहा हूं...जो घटना दो दिन पहले हुई उसने हम सबको हिलाकर रख दिया।
मुझे जो दुख है वो मैं ही जान सकता हूं। पूरे देश में यह संदेश चला गया कि मैं मुख्यमंत्री बने रहना चाहता हूं इसलिए यह सब हो रहा है।’’ गहलोत ने कहा, ‘‘ दुर्भाग्य से ऐसी स्थिति बन गई कि प्रस्ताव पारित नहीं हो पाया। हमारी परंपरा है कि एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया जाता है। दुर्भाग्य से ऐसी स्थिति बन गई कि प्रस्ताव पारित नहीं पाया। मैं मुख्यमंत्री हूं और विधायक दल का नेता हूं, यह प्रस्ताव पारित नहीं हो पाया। इस बात का दुख मुझे हमेशा रहेगा। मैंने सोनिया जी से माफी मांगी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने तय किया है कि इस माहौल के अंदर अब चुनाव नहीं लड़ूंगा। यह मेरा फैसला है।’’ गहलोत के अनुसार, राहुल गांधी यात्रा पर निकले हैं और वह शांति, सद्भाव और भाईचार का संदेश दे रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने राहुल जी से कहा था कि वह चुनाव लड़े। उन्होंने अस्वीकार कर दिया। फिर मैंने कहा था कि चुनाव लड़ूंगा। अब मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा।’’
उनके मुख्यमंत्री पद पर बने रहने से जुड़े सवाल पर गहलोत ने कहा कि इस बारे में फैसला सोनिया गांधी करेंगी। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव पर राजस्थान में उत्पन्न राजनीतिक संकट की छाया पड़ी है। गत रविवार की शाम जयपुर में विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, लेकिन गहलोत समर्थक विधायक इसमें शामिल नहीं हुए थे।
पार्टी पर्यवेक्षकों मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने इसे मंगलवार को ‘घोर अनुशासनहीनता’ करार दिया था और गहलोत के करीबी तीन नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की थी। इसके कुछ देर बाद ही पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति की ओर से उन तीन नेताओं को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी कर दिये गये।
(इनपुट एजेंसी)