जोधपुरः राजस्थान के जोधपुर जिले में एक पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी परिवार के 11 सदस्य रविवार सुबह एक खेत में मृत पाए गए थे। मृतकों में पांच बच्चे और चार महिलाएं शामिल थीं। इस बीच बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कांग्रेस के अन्य नेताओं ने जिले के गंगाना में शोकसभा रखी।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, अशोक गहलोत और अन्य कांग्रेस नेताओं ने आज शोक व्यक्त करने के लिए जोधपुर जिले के गंगाना का दौरा किया। बता दें, भील समुदाय से जुड़े परिवार के सभी सदस्य पाकिस्तान के हिंदू शरणार्थी थे और गांव में खेत में रह रहे थे जिसे उन्होंने खेतीबाड़ी के लिए छह महीने पहले बटाई पर लिया था। पाकिस्तान के सिंध प्रांत के रहने वाले ये लोग दीर्घकालिक वीजा पर 2015 में यहां आए थे और तभी से यहां रह रहे थे।
मृतकों की पहचान बुधराम (75), उनकी पत्नी अंतरा देवी, बेटे रवि (31), बेटी जिया (25) और सुमन (22), पौत्रों मुकदस (17) और नैन (12) के अलावा लक्ष्मी (40) और केवल राम के तीन नाबालिग बेटों के तौर पर हुई थी।
इस बीच परिवार के जीवित बचे सदस्य केवल राम (35) ने अपनी पत्नी के परिवार वालों के खिलाफ शिकायत देते हुए आरोप लगाया था कि यह खुदकुशी का नहीं हत्या का मामला है। इसकी पुष्टि करते हुए एसपी ने कहा था कि विवाद की वजह से बीते कुछ समय से उसकी पत्नी परिवार के साथ नहीं रह रही थी। केवल राम की पत्नी कथित तौर पर बच्चों को अपने साथ रखने के लिये उस पर दबाव डाल रही थी।
अधिकारी ने कहा था कि इस मामले में 'खुद बच जाने और बयान बदलने की वजह से' केवल राम भी संदिग्ध है। केवल राम के मुताबिक उन्होंने शनिवार रात नौ से 10 बजे के बीच खाना खाया और सोने चला गया। वह जानवरों से फसल की रखवाली के लिए चला गया था और वहीं सो गया था। सुबह जब वह लौटा तो परिवार के सभी सदस्यों को मृत पाया।