बजट भाषण में शायराना अंदाज दिखें सीएम गहलोत, कहा- 'हम तूफानों से टकराकर कारवां चलाते हैं'
By धीरेंद्र जैन | Updated: July 10, 2019 21:09 IST2019-07-10T21:09:07+5:302019-07-10T21:09:07+5:30
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को राज्य विधानसभा में 2019-20 के लिए 2 लाख 32 हजार 944 करोड़ एक लाख रुपये का बजट पेश किया।

प्रतीकात्मक तस्वीर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज (10 जुलाई) बजट भाषण की शायराना अंदाज में शुरुआत करते हुए शायराना अंदाज में कहा, हम तो तूफानों से टकराकर कारवां चलाते हैं।यकीनन हमें आगे भी बढ़ना है, बहुत कुछ आगे करके विकास की ऊंचाइयों को छूना है, हमारा दृढ विश्वास है, हमें जिदंगी भर ट्रस्टी के रूप में काम करना है।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट जनता का बजट है, समाज के विभिन्न वर्गों से चर्चा कर उनकी भावनाओं और बहुमूल्य सुझावों को बजट में सम्मिलित करने का हमने प्रयास किया है। प्रदेश की हमारी सरकार महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर कार्य कर रही है। अशोक गहलोत ने कहा कि केन्द्रीय बजट में जनता को सिर्फ यकीन करने की कोशिश करवाई गई, किन्तु हमें यकीन से आगे बढ़ना है बहुत कुछ आगे करके ऊंचाइयों पर चढ़ना है।
उन्होंने शायराना अंदाज में कहा हम तो तूफानों से टकराकर कारवां चलाते हैं। उन्होने कहा कि हमारी सरकार सामाजिक न्याय, गरीबी उन्मूलन के लिए काम कर रही है। केन्द्र सरकार की उदय योजना को लेकर भी मुख्यमंत्री ने केन्द्र पर निशाना साधा और कहा कि बिना योजना के लागू की गई उदय योजना से बिजली कंपनियो को घाटे से उबारने की कोशिश थी लेकिन प्लानिंग के बगैर योजना लागू करने से कोई भी लाभ नहीं हुआ।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को राज्य विधानसभा में 2019-20 के लिए 2 लाख 32 हजार 944 करोड़ एक लाख रुपये का बजट पेश किया। इसमें 27 हजार 14 करोड़ 97 लाख रुपये का राजस्व घाटा तथा 32 हजार 678 करोड़ 34 लाख रुपये का राजकोषीय घाटा है। बजट में किसानों और युवाओं ज्यादा ध्यान दिया गया है।